डॉ. वर्तिका नंदा को मिला पहला राजकुमार केसवानी सम्मान, जानें कौन हैं ये?
ADVERTISEMENT
Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार, 26 नवंबर को विख्यात पत्रकार स्वर्गीय राजकुमार केसवानी की स्मृति में उनके नाम पर पहला सम्मान पत्रकार डॉ. वर्तिका नन्दा को दिया गया. माधवराव सप्रे समाचार-पत्र संग्रहालय में आयोजित इस समारोह में डॉ. नंदा को सम्मान स्वरूप एक लाख रुपये की राशि, शॉल-श्रीफल दिया गया. कार्यक्रम में गीतकार और लेखक इरशाद कामिल, अभिनेता राजीव वर्मा और फिल्म राइटर रूमी जाफरी विशेष रूप से उपस्थित थे. इनके अलावा, पद्मश्री विजय दत्त श्रीधर, राजेश बादल, अशोक मनवानी सहित पत्रकारिता जगत की अन्य हस्तियां और स्वर्गीय केसवानी के बेटे रौनक केसवानी व अन्य परिजन कार्यक्रम में मौजूद रहे.
कौन हैं डॉ. नन्दा?
आपको बता दें कि डॉ. वर्तिका नन्दा दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज में पत्रकारिता विभाग की प्रमुख हैं. उन्हें 2014 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. जेलों पर उनके काम को दो बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह मिली है. डॉ. नन्दा के काम को 2018 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी स्वीकार किया गया था. ‘भारतीय जेलों में महिला कैदियों और उनके बच्चों की स्थिति और उत्तर प्रदेश के विशेष संदर्भ में उनकी संचार आवश्यकताओं का अध्ययन’ पर उनके हालिया शोध को आईसीएसएसआर द्वारा मूल्यांकन किया गया और ‘उत्कृष्ट’ माना गया.
तिनका तिनका श्रृंखला की तीन पुस्तकें – तिनका तिनका तिहाड़, डासना और मध्य प्रदेश भी जेल जीवन पर उत्कृष्ट कृतियों के रूप में पहचानी जाती हैं.
खोजी पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे केसवानी
राजकुमार केसवानी अपनी खोजी पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे. भोपाल गैस त्रासदी ही नहीं, बल्कि ऐसी कई घटनाएं हैं, जहां वह एक सोशल एक्टिविस्ट के रूप में दिखे थे. साल 2021 में कोरोना महामारी से लड़ते हुए राजकुमार केसवानी जिंदगी की जंग हार गए थे. केसवानी वो शख्सियत थे, जिन्होंने पत्रकारिता ही नहीं फिल्म और कला सहित कई विधाओं में अपनी प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया.
ADVERTISEMENT
ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश के इस जिले में बनेगा देश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व, विशाल एरिया में बसाए जाएंगे बाघ
ADVERTISEMENT