मोदी का शहडोल दौरा: आदिवासियों को साधने की कवायद, विंध्य-महाकौशल की 68 सीटों पर BJP की नजर
ADVERTISEMENT
Pm Modi In Mp: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तरह से एक्टिव हो गई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर से मध्यप्रदेश दौरे पर आ रहे हैं. पीएम मोदी 1 जुलाई को शहडोल पहुंचेंगे. यहां से वे देशव्यापी सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. इसके अलावा पीएम कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी का ये संसोधित दौरा है, तय कार्यक्रम के अनुसार वे 27 तारीख को शहडोल जाने वाले थे, लेकिन खराब मौसम और लगातार हो रही बारिश के कारण पीएम मोदी का ये कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया था. जिसके बाद पीएम मोदी अब उसी कार्यक्रम में शामिल होने 1 जुलाई को शहडोल पहुंच रहे हैं. यहां वे एक करोड़ आयुष्मान कार्ड वितरण की शुरूआत करेगें.
क्यों खास है पीएम मोदी का शहडोल दौरा?
प्रधानमंत्री का शहडोल दौरे के पीछे वजह सिर्फ इन्हीं सरकारी कार्यक्रमों को शुरू करना नहीं है, बल्कि कुछ ही महीनों बाद प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में जनजातीय समाज को भाजपा के पक्ष में बांधे रखना है. जनजातीय समाज पर भाजपा का प्रभाव कम होता जा रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी को आदिवासी वोट से ही बड़ा झटका लगा था. शहडोल और उससे आसपास सटे जिलों की बात ही की जाए तो कांग्रेस के पास वर्तमान में यहां आधी सीटें हैं, जबकि पहले इन सारी सीटों पर भाजपा का कब्ज़ा था. जाहिर सी बात है कि जनजातीय समाज के प्रभाव वाली सीटों पर पार्टी की पकड़ कमज़ोर होती जा रही है. मोदी के इस दौरे का पूरा फोकस जनजातीय समुदाय पर है.
ADVERTISEMENT
ये भी पढ़ें: ओपिनियन पोल: मध्यप्रदेश में कांग्रेस की नैया पार लगाने किस नेता की है डिमांड, इस फैक्ट ने किया हैरान
कार्यक्रम में एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने का प्रयास
महाकौशल और विंध्य के जिलों से तकरीबन एक लाख लोगों को यहां जुटाने में पार्टी और प्रशासन लगा है. कार्यक्रम स्थल पर जनजातिय समाज के सारे भूले बिसरे नायकों के बड़े बड़े कट आउट लगाए गए हैं. शासन प्रशासन की तरफ से लगातार कार्यक्रम को लेकर तैयारियां की जा रही हैं.
ADVERTISEMENT
जनजातीय समाज के साथ करेगें पीएम मोदी भोजन
आमसभा के बाद मोदी जी 6 किलोमीटर दूर पकरिया गांव जाएंगे. जहां उनका जनजातीय समाज के मुखियाओं से संवाद होगा. वहीं प्रधानमंत्री 100 आदिवासी फुटबॉल खिलाड़ियों से भी बातचीत करेंगे और स्व सहायता समूह की महिलाओं से भी संवाद करेंगे. जनजातीय समाज के साथ भोजन भी करेंगे जिसके लिए पूरी तरह स्थानीय पारम्परिक पकवानों को तैयार किया जा रहा है.
ADVERTISEMENT
कार्यक्रम के जरिए एससी और एसटी वोटरों को साधने की कोशिश
राजनीतिक जानकार कहते हैं कि विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का खास जोर विंध्य इलाके पर है। बीजेपी इस इलाके में पिछले चुनाव के नतीजों को दोहराना चाहती है. पिछले चुनाव में आए नतीजों के बाद बीजेपी पूरी तरह से आदिवासी वोटर्स को अपने पक्ष में लाने का प्रयास कर रही है. पार्टी इन कार्यक्रमों के जरिए एससी और एसटी वोटरों को साधने की कोशिश में है
ये भी पढ़ें: PM के बाद प्रियंका ने बताए MP में टमाटर, पेट्रोल के दाम, बोलीं- ध्यान भटकाने का मॉडल यहां नहीं चलेगा
ADVERTISEMENT