सावन के आखिरी सोमवार पर रात ढाई बजे जागे बाबा महाकाल, चन्द्रमौलेश्वर स्वरूप में आज भक्तों को देंगे दर्शन
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Sawan 2023: आज इस के सावन का आठवां और आखिरी सोमवार है. उज्जैन (Ujjain) स्थित बाबा महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir) में भक्तों तांता लगा हुआ है. रात से ही भक्त बाबा के दर्शनों के लिए लाइनों में लगे नजर आए. सुबह करीब 2:30 बजे मंदिर के पट खोले गए. जिसके बाद पूरा मंदिर प्रागण बाबा महाकाल (Baba Mahakal) के जयकारो से गूंज उठा.
सबसे पहले भगवान महाकाल को भस्म अर्पित कर पंचामृत अभिषेक पूजन किया गया. भगवान महाकाल को भांग, चंदन, अबीर के साथ मस्तक पर त्रिपुण्ड और आभूषण अर्पित किया गया. दिव्य श्रृंगार के साथ बाबा महाकाल की भस्म आरती हुई. भस्मारती के लिए रात 12 बजे से भक्तों कतार में लगना शुरू हो गए थे. इस बार सावन का अंतिम सोमवार और सोम प्रदोष का संयोग भी बना है. जिससे उज्जैन में भक्तों खासी भीड़ देखी जा सकती है. जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने भी पुख्ता इंतेजाम किए हुये हैं.
आखिरी सोमवार होने के कारण भारी भीड़
सावन (Sawan) का साेमवार होने के कारण अन्य सोमवार की अपेक्षा इस सोमवार को उज्जैन (Ujjain) में भक्तों की अधिक भीड़ पहुंची है. अनुमान लगाया गया है कि इस सोमवार को 3-4 लाख भक्त उज्जैन के बाबा महाकाल के दर्शन कर सकते हैं. आज सुबह भस्म आरती में भगवान महाकाल पहले विधिविधान के साथ पूजन किया गया. इसके बाद दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से बने पंचामृत से भगवान महाकाल का पूजन किया गया. हरि ओम जल चढ़ाकर कपूर आरती की गई. भांग, चंदन अबीर से महाकाल का दिव्य स्वरूप में श्रृंगार किया गया. इसके बाद कपड़े से ढांक कर भस्मी रमाई गई. आखिर में विशेष भस्म आरती की गई.
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सावन की आखिरी सवारी आज
28 अगस्त को बाबा महाकाल की आठवीं सवारी मंदिर शाम 4 बजे निकाली जाएगी. इसके पहले भी बाबा महाकाल की अलग-अलग स्वरूपों में सवारी निकाली गई है. आज भगवान महाकालेश्वर रजत पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर के रूप में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेगें. सावन के बाद अब भादौ महीने की दो सवारी 4 सितंबर और अंतिम शाही सवारी 11 सितंबर को निकली जाएगी.
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