भोपाल में चयनित पटवारियों का हंगामा, आरोप- खदेड़ने के लिए पुलिस ने चलाए लात-घूंसे
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MP Patwari Exam Scam: मध्य प्रदेश में पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यिर्थियों की नियुक्ति में हो रही देरी को लेकर चयनित अभ्यर्थियों ने विरोध में राजधानी भोपाल में बड़ा प्रदर्शन किया. पटवारियों की प्रमुख मांग नौकरी जॉइन कराने की है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उपनिरीक्षक और शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के अनुसार जांच के साथ समानांतर रूप से नियुक्ति प्रक्रिया चलाई जाए. यदि कोई दोषी पाया जाए तो उन्हें चिन्हित करके उन पर कार्रवाई की जाए, उनके स्थान पर प्रतीक्षा सूची में स्थान पाने वाले अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाए.
नीलम पार्क में पटवारियों को खदड़ने के लिए भोपाल पुलिस ने बल प्रयोग किया और जबरन गाड़ी में भरकर ले गई. इस दौरान का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों पर लात-घूंसे चलाते नजर आ रहे हैं. हालांकि पुलिस ने इससे इनकार करते हुए कहा कि चयनित पटवारियों ने धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली थी. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है. गिरफ्तारी नहीं की गई है. बता दें कि इससे पहले बीते 26 अगस्त को भोपाल में ही पटवारियों ने विरोध में तिरंगा यात्रा निकाली थी.
बेईमान सरकार नहीं दे रही नियुक्ति: सज्जन वर्मा
पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने ट्वीट कर शिवराज सरकार पर हमला करते हुए कहा- “भोपाल की सड़कों पर भारी गर्मी में पटवारी परीक्षा में चयनित नौजवान अपनी जॉइनिंग के लिए आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन यह बेईमान सरकार उन्हें नियुक्ति नहीं दे रही. अगर ईमानदार मुख्यमंत्री होता तो सात दिनों में जांच करा लेता.”
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भोपाल की सड़कों पर भारी गर्मी में पटवारी परीक्षा में चयनित नौजवान अपनी जॉइनिंग के लिए आंदोलन कर रहे। लेकिन यह बेईमान सरकार उन्हें नियुक्ति नहीं दे रही। अगर ईमानदार मुख्यमंत्री होता तो सात दिनों में जांच करा लेता।#patwariexam #patwari #MadhyaPradesh #Congress pic.twitter.com/RyXTaXmqzK
— Sajjan Singh Verma (@sajjanvermaINC) September 3, 2023
31 अगस्त को आनी थी पटवारी परीक्षा धांधली की रिपोर्ट
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पटवारियों को नियुक्ति देने के लिए पत्र लिखा है. उन्होंने पटवारी भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी को जल्द नियुक्ति देने की मांग की है. गोविंद सिंह ने लिखा कि प्रदेश में सितम्बर 2023 में पटवारी चयन परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों कि ग्रुप-2 सब ग्रुप- 4 पटवारी भर्ती परीक्षा में लगभग 8,600 अभ्यर्थी चयनित होकर नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे हैं. चयन परीक्षा में आपके द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाई गई है. 31 अगस्त 2023 तक रिपोर्ट देने की बात कही थी, लेकिन 31 अगस्त तक रिपोर्ट नहीं आने से सभी मेहनती चयनित छात्रों की नियुक्ति प्रक्रिया नहीं होने से उनके परिवार के लोग काफी तनाव में हैं.
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चयनित पटवारी अभ्यर्थियों का भोपाल में हल्ला बोल ! | MP Tak#पटवारी_भर्ती_परीक्षा pic.twitter.com/oYIyCdDqJW
— MP Tak (@MPTakOfficial) September 3, 2023
882 ओबीसी अभ्यर्थी भी दे रहे डीपीओ के बाहर धरना
पूर्व सीएम कमलनाथ ने नियुक्ति नहीं देने की वजह से धरना दे रहे ओबीसी अभ्यर्थियों पर केस दर्ज करने पर सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक (वर्ग-3) भर्ती परीक्षा 2020 में चयनित 882 ओबीसी अभ्यर्थियों के नियुक्ति आदेश जारी नहीं किए गए हैं. ये अभ्यर्थी आयुक्त स्कूल शिक्षा के कार्यालय के सामने नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. मुझे प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पर इनमें से कई अभ्यर्थियों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए गए हैं. आपराधिक प्रकरण दर्ज होने से उनकी नियुक्ति में बाधा आएगी. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि तत्काल इन सभी अभ्यर्थियों पर लगाए गए मामले वापस लिए जाएं.”
धांधली के आरोपों पर रोकी गई नियुक्ति
पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 30 जून को आया था और उन्हें नियुक्ति 15 अगस्त तक देना थी. लेकिन जुलाई में कुछ अभ्यर्थियों के परीक्षा पास करने को लेकर संदेह हो गया और फिर परीक्षा में धांधली के आरोप लगने लगे. इसके बाद प्रदेश के कई हिस्सों से खबरें आने लगीं कि पटवारी की नियुक्ति में भ्रष्टाचार और धांधली हुई है. संदेह के बाद सीएम शिवराज पटवारी भर्ती परीक्षा से होने वाली नियुक्तियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी और मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया. जिससे प्रदेश भर के करीब 8 हजार 600 चयनित पटवारी अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं. 31 अगस्त को जांच रिपार्ट आनी थी, लेकिन वह नहीं आई चयजिससे नियुक्तियों पर रोक लगी हुई है.
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