Ujjain: महाकाल मंदिर में एंट्री को लेकर महिला कांवड़ियों का हंगामा, कांग्रेस ने लगाए ये आरोप

संदीप कुलश्रेष्ठ

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Mahakal Ujjain: सावन के चलते उज्जैन के महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा हुआ है. इसी बीच मंदिर में महिला कांवड़ियों के हंगामे का एक वीडियो वायरल हो रहा है. दरअसल महिला कांवड़िया कांग्रेस नेत्री माया त्रिवेदी के साथ गर्भग्रह में दर्शन के लिए जा रहे थे, जब उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने रोका तो मंदिर में हंगामा शुरू हो गया. महिला कांवड़ियों ने प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और वे धरने पर बैठ गई हैं.

कांग्रेस नेत्री और पार्षद माया त्रिवेदी ने महिला कांवड़ियों के साथ दर्शन करने को लेकर हंगामा किया. उनका आरोप था कि मंदिर के गर्भग्रह में केवल पैसे वालों और बीजेपी के नेताओं को अंदर प्रवेश दिया जाता है. इसी बीच मंदिर के अंदर घुसने को लेकर महिला कांवड़ियों का सुरक्षाकर्मियों के साथ विवाद हो गया, दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की का वीडियो सामने आया है. 

बैरिकेड तोड़कर घुसने की कोशिश

कांग्रेस नेत्री माया त्रिवेदी ने महाकाल मंदिर में प्रवेश से रोकने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने प्रशासन पर भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं, वहीं उनके ऊपर महाकाल मंदिर के नियमों के उल्लंघन और बैरिकेडिंग तोड़कर नंदीहॉल से भीतर घुसने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है. माया त्रिवेदी ने कैलाश विजयवर्गीय और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंदिर में प्रवेश को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आपने महाकाल को पैसे वाले लोगों का भगवान बना दिया है. हमारा ये विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक ये पैसे वाली व्यवस्था खत्म नहीं हो जाती है.

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कांग्रेस नेत्री ने लगाए गंभीर आरोप

माया त्रिवेदी ने कहा “मेरा सबसे बड़ा विरोध इस बात पर था कि अगर आपने कोई व्यवस्थाएं बनाई हैं तो एक जैसी बनाइए. इंदौर से कैलाश विजयवर्गीय जी हर सोमवार को आते हैं और गर्भग्रह में जाकर भस्मारती करते हैं. मुख्यमंत्री जी अपने परिवार समेत आते हैं और गर्भग्रह के अंदर जाते हैं. आज सुबह भी कोई जज आए थे, वो भी परिवार सहित गर्भग्रह के अंदर गए थे. तो क्या सिर्फ बीजेपी वालों के भगवान हो गए हैं क्या? हम कांवड़ यात्रा लेकर आए थे, गोलू शुक्ला जी आए थे उनसे भी आपने जल चढ़वाया. मेरे अकेले की इच्छा अंदर जाकर जल चढ़ाने की थी, बाकी सबका हाथ लगवा लिया था. लेकिन प्रशासक महोदय इनकी हठधर्मिता और इनका दोगुलापन, अलग-अलग तरह की बातें किसी के लिए क्या और किसी के लिए क्या, महिलाएं बहुत परेशान हुईं.”

आपको बता दें कि सावन के महीने में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. इसी के चलते सावन के महीने में भगवान महाकाल के गर्भग्रह में प्रवेश को बंद कर दिया जाता है. सुरक्षाकर्मियों और श्रद्धालुओं के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है.

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