भोपाल के बालिका गृह से गायब हुई 26 बच्चियां कैसे मिलीं? जानिए पूरी कहानी

एमपी तक

07 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 7 2024 9:14 AM)

भोपाल में एक NGO के हॉस्टल से गायब 26 बच्चियां वापस मिल गई हैं. पुलिस ने उन्हें सकुशल बरामद कर लिया है.

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Bhopal Missing Girls: भोपाल के बालिका गृह से एक साथ 26 बच्चियां गायब हो गईं, मामले को लेकर जमकर बवाल हुआ, सीएम मोहन यादव ने कहा कि इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी. वहीं पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसे बेहद चिंताजनक बताया. विपक्ष ने सरकार को इस मामले में घेरा. पुलिस ने अब सभी गायब 26 बच्चियाें के मिलने का दावा किया है. जानकारी के मुताबिक, 26 में से 10 बच्चियों को आदमपुर छावनी क्षेत्र से, 13 अयोध्या नगर की झुग्गियों से, 2 टॉप नगर और 1 को रायसेन से बरामद किया गया है. हॉस्टल के डायरेक्टर अनिल मैथ्यू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

बिना परमिशन के अवैध रूप से चल रहे बालिका गृह से 26 बच्चियों के अचानक गायब होने से हड़कंप मच गया था. मामले की जानकारी लगते ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आया. बालिका गृह में कुल 68 बच्चियां हैं, जिनमें से 26 गायब हो गई थी.

डायरेक्टर से हो रही पूछताछ

भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया, एक ‘बालिका गृह’ अवैध रूप से चलाया जा रहा था. जांच के दौरान पता चला कि यह न तो पंजीकृत था और न ही मान्यता प्राप्त. वहां मौजूद 41 लड़कियों को घर भेज दिया गया है. डायरेक्टर के खिलाफ जेजे एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है और उससे पूछताछ की जा रही है. सभी लड़कियां सुरक्षित हैं. मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ये अधिकारी हुए सस्पेंड

इस मामले में एक्शन लेते हुए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने महिला एवं बाल विकास सुपरवाइजर मंजूषा राज को भी निलंबित कर दिया गया है. वहीं लापरवाही बरतने पर सीडीपीओ बृजेंद्र प्रताप सिंह और सीडीपीओ कोमल उपाध्याय को निलंबित किया गया है. साथ ही महिला बाल विकास अधिकारी सुनील सोलंकी एवं सहायक संचालक महिला बाल विकास रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

ऐसे हुआ था मामले का खुलासा

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने भोपाल के बाहरी इलाके परवलिया में संचालित आंचल बालिका छात्रावास का औचक दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने जब रजिस्टर चेक किया तो पाया कि उसमें 68 बच्चियों की एंट्री थी, लेकिन उनमें से 26 बच्चियां गायब थीं. ये बच्चियां गुजरात, झारखंड, राजस्थान, के अलावा मध्य प्रदेश के सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के रहनी वाली थी. बिना अनुमति के बालिका गृह चलाने के मामले में पुलिस ने FIR दर्ज की. प्रियांक कानूनगो ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए खुलासा किया. उन्होंने बताया कि बिना लाइसेंस लिए गुपचुप ढंग से बालिका गृह को चलाया जा रहा था और यहां उनसे ईसाई धार्मिक प्रैक्टिस करवाई जा रही थी.

सीएम बोले- दोषियों को नहीं बख्शेंगे

बच्चियों के मिल जाने के बाद सीएम मोहन यादव ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं की तसदीक हो गई है. सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है. एक भी दोषी और लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.” बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि प्रदेश में अवैध बाल संरक्षण गृहों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए.

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