Two died due to wall collapse in Jabalpur: जबलपुर और आसपास के जिलों में लगातार हो रही बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. जबलपुर के बरगी बांध की अगर बात करें तो पहले इसके 7 गेट खोले गए थे, लेकिन अब जलस्तर को देखते हुए इसके कुल 13 गेट खोल दिए गए हैं. नर्मदा नदी उफान पर हैं. प्रशासन ने निचले इलाकों के डूबने को लेकर अलर्ट जारी किया है. वहीं जबलपुर में दीवार ढहने से 2 लोगों की मौत हो गई.
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दीवार ढहने से 2 की मौत
बारिश के चलते जबलपुर में दर्दनाक घटनाएं सामने आयी हैं. जबलपुर के गढ़ा पुरवा में दीवार गिरने से कृष्णा बाई शर्मा नामक महिला की मौत हो गई. वहीं रांझी क्षेत्र के सर्रापीपर में मकान की दीवार गिरने से 50 वर्षीय संतोष रजक की मौत की खबर सामने आयी है. मृतिकों के परिजनों को सरकार द्वारा 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है.
डूब गए घाट और मंदिर
बरगी बांध के गेटों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते नर्मदा नदी उफान पर है. जबलपुर के नर्मदा के मुख्य घाट गौरी घाट, भेड़ाघाट और तिलवारा घाट पूरी तरह से डूब गए हैं. अब सिर्फ यहां मंदिरों के गुंबद ही नजर आ रहे हैं. एहतियात के तौर पर गौरी घाट में नाव संचालन भी रोक दिया गया है और आने-जाने वालों को भी बेरीकेटिंग कर चेतावनी के साथ नर्मदा दर्शन की अनुमति दी जा रही है.
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निचले इलाके डूब जाएंगे?
बरगी बांध के जरिए लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते बांध प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. प्रशासन ने निचले और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से नर्मदा नदी से पर्याप्त दूरी बनाए रखने की अपील की है. माना जा रहा है कि बरगी डैम के 13 जलद्वारों से पानी की निकासी किए जाने के बाद तटों पर बने मठ मंदिर और निचले इलाके पानी में डूब जाएंगे.
21 में से 13 गेट खोले गए
जबलपुर और उससे लगे कैचमेंट इलाकों में अति वर्षा की संभावना को देखते हुए रानी अवंती बाई सागर परियोजना यानी बरगी बांध प्रशासन ने इसके चार और गेट खोलने का फैसला लिया है. रविवार की दोपहर 1 बजे बरगी बांध के 4 और गेट खोले गए. इस तरह बांध के 21 में से 13 गेटों से एक लाख 12 हज़ार 160 क्यूसेक पानी की निकासी की जाएगी.
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