Rews News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक परिवार के सभी सदस्यों के सुसाइड करने की खबर ने हर किसी को दुखी कर दिया है. इस सामूहिक आत्मदाह करने के बाद परिवार के गृह ग्राम रीवा में मातम का माहौल हैं. परिवार के चारों सदस्यों के शव रीवा में जबलपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर रखकर परिजन और स्थानीय ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया है.
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दरअसल परिवार वालों का आराेप है कि उन्होंने आत्महत्या नहीं बल्कि उनकी हत्या की गई है. उनकी मांग है कि मामले की CBI जांच कराई जाए. साथ ही मुआवजा भी दिया जाए, उसके बाद ही शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
परिजनों ने चक्काजाम कर किया विरोध प्रदर्शन
भोपाल में सुसाइड करने वाले भूपेंद्र, उनकी पत्नी रितु, दोनों बच्चों ऋषिराज और ऋतुराज का अंतिम संस्कार रीवा जिले के अंबा गांव में किया जाएगा. इसके पहले रीवा में जबलपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन करते हुए परिजन और ग्रामीणों ने पूरे मामले की cbi जांच की मांग की है.
मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित- गृहमंत्री
नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ऐसे एप्प को चिन्हित कर रहे हैं. जिनके नंबरों से मृतक को धमकी आई थी और जिनसे मृतक पर दबाव डाला गया था. कुछ एप्लिकेशन हम ऐसे भी चिन्हित कर रहे हैं ऑनलाइन लोन वाले जिनको हम केंद्र सरकार से आग्रह करेंगे कि उनको बैन किया जाये. हम सर्वर और टेलीग्राम की भी जानकारी इकट्ठी कर रहे हैं जिससे उन्हें बैन किया जा सके. इसके साथ पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की जा रही है.
कर्ज से परेशान होकर उठाया खौफनाक कदम
नीलबड़ में कर्ज से परेशान होकर एक परिवार ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया. मृतक ने आत्महत्या से पहले 4 पेजों का एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें खुदखुशी की वजह बताई है. एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक 8 साल और 3 साल के बच्चों को पहले सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में जॉब करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलते उसने लोन लिया, लेकिन समय पर नहीं चुका पाने के कारण उस पर कर्जा बढ़ता चला गया और उसने यह जानलेवा कदम उठा लिया. फ़िलहाल चारों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं.
कर्ज से परेशान होकर उठाया खौफनाक कदम
नीलबड़ में कर्ज से परेशान होकर एक परिवार ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया. मृतक ने आत्महत्या से पहले 4 पेजों का एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें खुदखुशी की वजह बताई है. एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक 8 साल और 3 साल के बच्चों को पहले सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में जॉब करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलते उसने लोन लिया, लेकिन समय पर नहीं चुका पाने के कारण उस पर कर्जा बढ़ता चला गया और उसने यह जानलेवा कदम उठा लिया. फ़िलहाल चारों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं.
कर्ज से परेशान होकर उठाया खौफनाक कदम
नीलबड़ में कर्ज से परेशान होकर एक परिवार ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया. मृतक ने आत्महत्या से पहले 4 पेजों का एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें खुदखुशी की वजह बताई है. एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक 8 साल और 3 साल के बच्चों को पहले सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में जॉब करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलते उसने लोन लिया, लेकिन समय पर नहीं चुका पाने के कारण उस पर कर्जा बढ़ता चला गया और उसने यह जानलेवा कदम उठा लिया. फ़िलहाल चारों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें: सुसाइड नोट लिखा, परिवार के साथ आखिरी सेल्फी ली, फिर खत्म कर ली जिंदगी, दर्दनाक है ये कहानी
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दरअसल परिवार वालों का आराेप है कि उन्होंने आत्महत्या नहीं बल्कि उनकी हत्या की गई है. उनकी मांग है कि मामले की CBI जांच कराई जाए. साथ ही मुआवजा भी दिया जाए, उसके बाद ही शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
परिजनों ने चक्काजाम कर किया विरोध प्रदर्शन
भोपाल में सुसाइड करने वाले भूपेंद्र, उनकी पत्नी रितु, दोनों बच्चों ऋषिराज और ऋतुराज का अंतिम संस्कार रीवा जिले के अंबा गांव में किया जाएगा. इसके पहले रीवा में जबलपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन करते हुए परिजन और ग्रामीणों ने पूरे मामले की cbi जांच की मांग की है.
मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित- गृहमंत्री
नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ऐसे एप्प को चिन्हित कर रहे हैं. जिनके नंबरों से मृतक को धमकी आई थी और जिनसे मृतक पर दबाव डाला गया था. कुछ एप्लिकेशन हम ऐसे भी चिन्हित कर रहे हैं ऑनलाइन लोन वाले जिनको हम केंद्र सरकार से आग्रह करेंगे कि उनको बैन किया जाये. हम सर्वर और टेलीग्राम की भी जानकारी इकट्ठी कर रहे हैं जिससे उन्हें बैन किया जा सके. इसके साथ पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की जा रही है.
कर्ज से परेशान होकर उठाया खौफनाक कदम
नीलबड़ में कर्ज से परेशान होकर एक परिवार ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया. मृतक ने आत्महत्या से पहले 4 पेजों का एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें खुदखुशी की वजह बताई है. एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक 8 साल और 3 साल के बच्चों को पहले सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में जॉब करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलते उसने लोन लिया, लेकिन समय पर नहीं चुका पाने के कारण उस पर कर्जा बढ़ता चला गया और उसने यह जानलेवा कदम उठा लिया. फ़िलहाल चारों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं.
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