Mp News: मध्य प्रदेश में चार महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके पहले पूरे मध्यप्रदेश में नियमित कर्मचारी से लेकर संविदा कर्मचारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवम सहायिका के बाद अब अस्पतालों की नर्सिंग स्टाफ ने भी मोर्चा खोल दिया है. नर्सिंग स्टाफ वेतन विसंगति मांगों को लेकर हड़ताल पर है. पूरे मध्यप्रदेश नर्सें अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चली गई हैं, और जिला अस्पताल के बाहर धरना दे रही है.
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जानकारी के मुताबिक सरकारी अस्पतालों में पदस्थ नियमित नर्सिंग स्टाफ अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर है. जिसके लिए उन्होंने पूर्व से ही शासन प्रशासन को अल्टीमेटम दे दिया था. नर्सों के हड़ताल में चले जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी असर पड़ रहा है.जिला अस्पताल की ओपीडी में एक ओर जहां मरीजों की लंबी लंबी कतार लगने लगी है.
मुख्यमंत्री की सद्बुद्धि को लेकर हनुमान चालीसा
इंदौर में नर्सिंग स्टाफ द्वारा अलग-अलग तरह से प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार को अपनी मांगों से अवगत करा रहे हैं, वहीं पांचवे दिन हड़ताली नर्सिंग स्टाफ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सद्बुद्धि को लेकर हनुमान चालीसा का पाठ किया. साथ ही कोरोना पीपीटी किट पहनकर चम्मच से थाली बजाकर अपना विरोध जताया.
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भुगतान के इंतेजार में एसोसिएशन
डॉक्टरों का कहना है कि पूरी दुनिया डॉक्टरों को भगवान मानती है, लेकिन मुख्यमंत्री उन्हें इंसान भी नही मान रहे हैं. हड़ताली नर्सिंग एसोसिएशन संभाग अध्यक्ष का कहना है कि कोरोना जैसी महामारी में नर्सिंग स्टाफ द्वारा अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज किया. जहां मुख्यमंत्री ने सभी कोरोना वॉरियर्स का ₹10 हजार भुगतान आज तक नहीं मिला है.
यह है मांगें
नर्सिंग एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष रीना अहिरवार ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर आंदोलनकारी नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, उन्होंने बताया कि हमने ज्ञापन के माध्यम से मांग कि नर्सिंग ऑफिसर्स सेकेंड ग्रेड पे, नाइट अलाउंस, नर्सिंग स्टूडेंट का स्टाइपेंड बढ़ाने, नर्सिंग ट्यूटर का ग्रेड पे और पद सृजित करने समेत 10 सूत्रीय मांगों को पूरा किया जाएं.
इनपुट- अमर ताम्रकार( कटनी), धर्मेंद्र शर्मा(इंदौर)
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