Gwalior News: ग्वालियर में आधी रात को अचानक झुकने लगी 4 मंजिला बिल्डिंग, लोग घर छोड़कर बाहर भागे

Gwalior news: ग्वालियर में एक चार मंजिला बिल्डिंग का पिलर डैमेज हो जाने की वजह से बिल्डिंग एक तरफ झुकने लगी. यह देखकर बिल्डिंग के अंदर रहने वाले लोगों में अफरा तफरी मच गई.

gwalior_news

gwalior_news

follow google news

Gwalior news: ग्वालियर में एक चार मंजिला बिल्डिंग का पिलर डैमेज हो जाने की वजह से बिल्डिंग एक तरफ झुकने लगी. यह देखकर बिल्डिंग के अंदर रहने वाले लोगों में अफरा तफरी मच गई. इसकी जानकारी तुरंत नगर निगम के अमले और पुलिस को दी गई. जानकारी मिलने पर पुलिस-प्रशासन समेत नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई. यहां बिल्डिंग के अंदर रह रहे परिवारों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और पूरी बिल्डिंग को खाली करवा लिया गया.

जानकारी के मुताबिक पूरा घटनाक्रम ग्वालियर के थाटीपुर इलाके में स्थित नेहरू कॉलोनी का है. यहां 15 साल पहले गोल्डन टावर नाम से एक चार मंजिला बिल्डिंग तैयार की गई थी. इस बिल्डिंग में कुल 27 फ्लैट हैं. जिनमें 27 परिवार निवास कर रहे हैं. मंगलवार की रात को अचानक से इस बिल्डिंग के एक पिलर के डैमेज होने की खबर मिली. पिलर डैमेज होने की वजह से बिल्डिंग एक तरफ झुकना शुरू हो गई.

क्या बोले निगम आयुक्त

निगम आयुक्त हर्ष सिंह अपने अमले के साथ मौके पर पहुंच गए. इसके अलावा पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी गोल्डन टावर पहुंचे. यहां एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन द्वारा गोल्डन टावर के अंदर रह रहे परिवारों को बाहर निकाला गया और पूरी बिल्डिंग को खाली करवाया गया.

MP Politics: दिल्ली में फिर बढ़ा शिवराज सिंह चौहान का कद! पीएम मोदी ने अब सौंपी ये बड़ी जिम्मेदारी

रहवासियों के रहने की कराई गई वैकल्पिक व्यवस्था

इस मामले में नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने बताया कि "बिल्डिंग के पिलर के डैमेज होने की खबर मिली, बिल्डिंग के अंदर रहने वाले परिवारों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और बिल्डिंग को दुरुस्त करवाने का काम करवाया जाएगा. सीएसपी नागेंद्र सिंह ने बताया कि यह बिल्डिंग तकरीबन 15 साल पुरानी है और इसके पिलर में सीपेज भी है. इसके अलावा अन्य इशू भी है. इस वजह से बिल्डिंग का पिलर डैमेज हुआ है. जब तक पिलर पूरी तरह दुरुस्त नहीं हो जाएगा और एनओसी नहीं मिल जाएगी. तब तक बिल्डिंग के अंदर सभी के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध है. बिल्डिंग में रहने वाले परिवारों को ठहरने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है.

ये भी पढ़ें: इंदौर के 200 घरों में लाल पेंट से बनाया क्रॉस और S का निशान तो रोने लगीं महिलाएं! माजरा क्या है?

    follow google newsfollow whatsapp