Indore: अक्षय कांति बम एक बार फिर से आए विवादों में, इस बार उनके कॉलेज में हो गया बड़ा कांड

धर्मेंद्र कुमार शर्मा

08 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 8 2024 11:04 AM)

Akshay Kanti Bam: लोकसभा चुनाव में ऐन मौके पर नामांकन वापस लेकर और फिर बीजेपी में शामिल होकर विवादों में आए अक्षय कांति बम फिर से नई कंट्रोवर्सी में फंस गए हैं. इस बार उनके कॉलेज में कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बाद पुलिस को बड़े पैमाने पर जांच-पड़ताल करना पड़ रही है. इस बार उनके कॉलेज से पर्चा लीक होने का मामला सामने आया है.

The attempt to murder charge against Akshay Kanti Bamb was added on the directions of an Indore court.

Akshay Kanti Bamb

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Akshay Kanti Bam New Controversy: लोकसभा चुनाव में ऐन मौके पर नामांकन वापस लेकर और फिर बीजेपी में शामिल होकर विवादों में आए अक्षय कांति बम फिर से नई कंट्रोवर्सी में फंस गए हैं. इस बार उनके कॉलेज में कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बाद पुलिस को बड़े पैमाने पर जांच-पड़ताल करना पड़ रही है. इस बार उनके कॉलेज से पर्चा लीक होने का मामला सामने आया है. यह एक बेहद गंभीर मामला है.

इंदौर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के अंतर्गत एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर के पिछले महीने 25 मई और 28 मई को पेपर लीक हुए थे. जिसके बाद छात्र संगठनों ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया था. जिसके बाद डीएवीवी प्रबंधन ने छोटी ग्वालटोली थाना पहुंचकर शिकायत की थी.

इस मामले में पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन किया और सभी तकनीकी साक्ष्य इकट्ठे किए तो इस मामले में आइडियल इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट राउ के कंप्यूटर ऑपरेटर सहित इसी कॉलेज के दो छात्रों को इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिसमे धीरज नरवरिया गुना, गौरव गौड़, कम्यूटर ऑपरेटर दीपक सोलंकी को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल पूछताछ में सामने आया है कि गौरव गौड़ नाम के स्टूडेंट का सेमस्टर बैक लग गया था और इसलिए उसने रुपए देकर यह पेपर खरीदा था. इसके अलावा कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक सोलंकी पर भी आरोप है कि उसने और भी कई लोगों को पेपर लीक किया और रुपए लेकर बेचा है. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है. जिस कालेज से पर्चा लीक हुआ वो कालेज कांग्रेस से बीजेपी में आए अक्षयकांति बम का है.

कौन हैं अक्षय कांति बम

अक्षय कांति बम को कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए इंदौर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था. लेकिन नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख को बीजेपी नेताओं के साथ अक्षय कांति बम ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर फॉर्म वापस ले लिया था. इसके कारण कांग्रेस इंदौर सीट पर चुनाव से ही बाहर हो गई थी. खुद अक्षय कांति बम भाजपा में शामिल हो गए थे. इसके साथ ही उन पर एक सालों पुराना केस कोर्ट में चल रहा था, जिसमें उनके खिलाफ धारा 307 बढ़ाई गई और उस मामले में कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया हुआ है. इन सारे विवादों की वजह से अक्षय कांति बम पूरे मध्यप्रदेश में चर्चा के केंद्र में आ गए थे.

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