MP News: सावन मास में भोले बाबा की कावड़ यात्रा निकलना आम बात है, लेकिन खरगोन से अनूठी कावड़ यात्रा शुरू की गई. इस अनोखी कावड़ यात्रा में पति-पत्नी जोड़े से शामिल हुए. इस भव्य कांवड़ यात्रा में कई शिक्षक, शिक्षिकाएं, कर्मकारी, पूर्व बैंक मैनेजर, व्यापारी, पूर्व विधायक और उनके बच्चे शामिल हैं, जो कावड़ उठाकर ओंकारेश्वर जा रहे हैं.
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खरगोन से निकलने वाली कावड़ यात्रा में 10 साल के बच्चों से लेकर 60 साल तक के बुजुर्ग शामिल हुए. कावड़ यात्रा में 151 जोड़ों ने पूरी श्रद्धा के साथ हिस्सा लिया. कावड़ थामकर, बोल बम का जयघोष करते हुए कावड़ यात्रा शुरू की गई.
जल लेकर जाएंगे 151 जोड़े
ये अनोखी कावड़ यात्रा जैतापुर क्षेत्र के प्राचीन ऐतिहासिक ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग तक निकाली जा रही है. इसमें 151 जोड़े शामिल हैं. सभी पैदल यात्रा कर ओंकारेश्वर पहुंचेंगे और भगवान शिव को गंगाजल और नर्मदाजल अर्पित करेंगे. कावड़ यात्रा राष्ट्रीय कवि शम्भू सिंह मनहर की अगुवाई में निकाली जा रही है. निमाड़ अंचल सहित देश-प्रदेश में सुख समृद्धि की कामना को लेकर लगातार तीसरे वर्ष कावड़ यात्रा निकाली गई है. इस धार्मिक यात्रा में भोलेनाथ की महिमा पर आधारित कवि शम्भू सिंह मनहर के द्वारा बनाई कविता आकर्षण का केन्द्र रही.
समरसता के लिए निकाली जा रही कावड़ यात्रा
राष्ट्रीय कवि शंभू सिंह मनहर का कहना है ‘कावड़ यात्रा तो निकलती रहती है. ये कावड़ यात्रा सकल समाज की है. देश में समरसता प्रेम का माहौल बने, ये कामना लेकर कावड़ यात्रा निकाली जा रही है. मैं भी इसमें शामिल हूं इसलिए कावड़ यात्रा का भाव कविता के रूप में प्रस्तुत कर रहा हूं.’ कावड़ यात्रा में शामिल होने वाली शिक्षिका चेताली सिंह का कहना है ये तीसरा साल है कावड़ यात्रा का. सभी लोग शामिल होते हैं. हम लोग ओंकारेश्वर तक जाएंगे. इस यात्रा का उद्देश्य प्रेम सौहार्द और बीमारी मुक्त हमारा देश प्रदेश और निमाड़ हो. गंगाजल नर्मदा जल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे.
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