Gwalior News: मध्यप्रदेश की राजनीति में हर दिन ही रोचक मामले निकलकर सामने आ रहे हैं. ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया से संबंधित ट्रस्ट ने शहर में नदीगेट स्थित सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन को परिसर खाली करने को बोला है. दरअसल सिंधिया से संबंधित ट्रस्ट इन दिनों उन सारी संपत्तियों को वापस लेने की कवायद कर रहा है, जिसे कभी उनके ही परिवार द्वारा दान में दिया गया था. सरस्वती शिशु मंदिर भी जयविलास पैलेस परिसर के एक कोने में स्थित बिल्डिंग में संचालित होता है. लेकिन अब स्कूल के बचाव में कांग्रेसी विधायक मैदान में उतर आए हैं. ग्वालियर दक्षिण से विधायक प्रवीण पाठक ने इस संबंध में सिंधिया को पत्र लिखा है.
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गौरतलब है कि सरस्वती शिशु मंदिर मूल रूप से विद्या भारती द्वारा संचालित होते हैं और विद्या भारती राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का अनुषांगिक संगठन है. सिंधिया इस समय बीजेपी में हैं और केंद्र में नागरिक उड्डयन मंत्रालय संभाल रहे हैं. लेकिन सरस्वती शिशु मंदिर के बचाव में मैदान में उतर आए कांग्रेस विधायक.दरअसल कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक सरस्तवी शिशु मंदिर के पूर्व छात्र रहे हैं और इस नाते उन्होंने सिंधिया को स्कूल खाली नहीं कराने को लेकर एक पत्र भी लिखा है.
विधायक प्रवीण पाठक ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखा है कि भले ही वे कांग्रेस पार्टी से विधायक हैं लेकिन सरस्वती शिशु मंदिर के साथ उनका भावनात्मक जुड़ाव है. उनकी पूरी पढ़ाई शिशु मंदिर स्कूल में हुई है. विधायक ने सिंधिया को पत्र लिखा है कि सिंधिया परिवार के पास हजारों करोड़ रुपए की संपत्ति है. यदि उसमें से एक छोटी बिल्डिंग को वे छोड़ दें और दशकों से चल रहे सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल को उसमें चलने दें तो इससे कई स्कूली छात्र-छात्राओं को अन्यत्र शिफ्ट नहीं करना पड़ेगा और उनकी पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी.
विधायक के पत्र का अब तक सिंधिया ने नहीं दिया कोई जवाब
वहीं विधायक प्रवीण पाठक के लिखे इस पत्र का अब तक सिंधिया ने कोई जवाब नहीं दिया है. आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी विजयाराजे सिंधिया ने ही सरस्वती शिशु मंदिर को संचालित करने ग्वालियर सहित कई जगह अपनी संपत्ति दान में दी थी. ग्वालियर में दो अलग-अलग स्थानों पर सिंधिया परिवार द्वारा दान में दी गई इमारतों में ये स्कूल संचालित हो रहे हैं. लेकिन अब सिंधिया ट्रस्ट अपनी सभी संपत्तियों को वापस ले रहा है. दिलचस्पत बात यह है कि आरएसएस से संबंधित स्कूल परिसर के बचाव में कांग्रेस विधायक उतरे और इस संबंध में उनका कहना है कि यह पार्टी से संबंधित मामला नहीं है. यह उनका भावनात्मक जुड़ाव का मामला है. इसलिए वे स्कूल के बचाव में उतरे हैं.
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