Sehore News: देश भर में आज से श्रावण मास की शुरुआत हो चुकी है. शिवालयों में दर्शन करने की भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. सीहोर में अद्भुत शिवलिंग मौजूद है. जिसमें एक शिवलिंग में एक 1008 शिवलिंग समाहित हैं. जिसे सहस्त्र लिंगम के नाम से जाना जाता है. ऐसे अद्भुत शिवलिंग पूरे देश मे मात्र तीन ही है. यह अद्भुत शिवलिंग प्रतिमा मंदिर के पास ही मौजूद सीवन नदी में अंग्रेजों के समय खुदाई के दौरान मिली थी. यहां साल भर श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहता है.
ADVERTISEMENT
जानकारी के अनुसार शहर के नदी चौराहा स्थित बढ़ियाखेड़ी में प्राचीन और ऐतिहासिक सहस्त्र लिंगेश्वर महादेव मंदिर है. मंदिर के एक शिवलिंग में 1008 शिवलिंग समाहित हैं. जिसे सहस्त्र लिंगम के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर की ख्याति पूरे देश मे है, और देश भर से श्रद्धालु यहां पर आते हैं. ये कई सालों पुराना शिवालय है.
ये भी पढ़ें: Ujjain: सावन के पहले सोमवार भगवान महाकाल की भस्मारती में उमड़ पड़े श्रद्धालु, दर्शन कर हुए निहाल
नदी की खुदाई में मिली थी प्रतिमा
बताया जाता है अद्भुत प्रतिमा मंदिर के पास सीवन नदी की खुदाई के दौरान मिली थी. अंग्रेजों के समय नदी की खुदाई करवाई गई थी. तभी यह प्रतिमा निकली जिसे सहस्त्र लिंगम के नाम से जाना जाता है. यह करीब 200 वर्षो से अधिक पुरानी बताई जाती है. जिसके बाद इसकी स्थापना की गई.
साल भर लगा रहता है भक्तों का तांता
मंदिर के पुजारी पंडित सुरेश शर्मा ने बताया कि इस मंदिर में एक बार जल चढ़ाने या फूल चढ़ाने पर 1008 बार जल चढ़ाने फूल चढ़ाने का पुण्य मिलता है. यह अद्भुत शिवलिंग को सहस्त्र लिंगम के नाम से जाना जाता है, जहां साल भर श्रद्धालु आते हैं और पूजा अर्चना करते है.
इस प्रकार प्रतिमा पूरे देश में केवल तीन
पंडित सुरेश शर्मा ने एमपी तक से चर्चा करते हुए बताया कि इस तरह की प्रतिमाएं देश भर में तीन स्थानों पर मौजूद हैं, जिसमें एक शिवलिंग में एक हजार शिवलिंग समाहित है,यह बहुत प्राचीन है अंग्रेजों के समय खुदाई के दौरान नदी में मिली थी, जिसमे एक शिवलिंग में एक हजार शिवलिंग समाहित है.
ये भी पढ़ें: यहां होती है खंडित शिवलिंग की पूजा, जानिए उस मंदिर की कहानी, जहां औरंगजेब भी हो गया था नतमस्तक
ADVERTISEMENT