MP NEWS: चंबल के बीहड़ों में जहां कभी डकैतों का खौफ रहता था, वहां इस समय मध्यप्रदेश सरकार अटेर फेस्टिवल कर रही है. चंबल में अब डकैत नहीं है. मध्यप्रदेश सरकार के एंटी डकैत अभियान के जरिए बहुत पहले ही यहां पर डकैत गैंग समाप्त कर दी गई थीं. लेकिन चंबल के बाहर देश में आज भी इस क्षेत्र की पहचान डकैत प्रभावित क्षेत्र के रूप में बनी हुई है. इसी छवि को बदलने के लिए मध्यप्रदेश सरकार भिंड जिले के अटेर में ‘अटेर फेस्टिवल’ आयोजित करा रही है. बीती शाम मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने इस फेस्टिवल का शुभारंभ किया. इस अवसर पर यहां पर बॉलीवुड स्टार भी पहुंचे. फेस्टिवल में अभिनेत्री प्रीति झंगयानी और अभिनेता प्रवीण डबास प्रो पंजा कॉम्पीटिशन के लिए यहां पर पहुंचे.
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चंबल नदी के किनारे अटेर घाट पर शुक्रवार को विधिवत रूप से अटेर महोत्सव का शुभारंभ हो गया. 10 फरवरी से 14 फरवरी तक चलने वाले पांच दिवसीय अटेर महोत्सव में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित खेल कूद और एडवेंचर गेम्स भी होंगे. अटेर महोत्सव के पहले दिन प्रो पंजा कॉम्पीटिशन का आयोजन किया गया. अटेर महोत्सव में शामिल होने फिल्म स्टार प्रीति झंगियानी और प्रवीण डबास अटेर पहुंचे. इस दौरान यहां पर छात्रों द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए.
अटेर महोत्सव का आयोजन चंबल नदी के अटेर घाट और अटेर किले में हो रहा है. अटेर महोत्सव के लिए अटेर किले को सजाया और संवारा गया है. इसके अलावा चंबल नदी के अटेर घाट पर भी कैंप लगाए गए हैं. लोगों के ठहरने की भी व्यवस्था की गई है. अटेर महोत्सव में शामिल होने बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद जिला प्रशासन ने जताई है.
प्रतिदिन अटेर महोत्सव में होंगी खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियां
अटेर महोत्सव में प्रतिदिन खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियां होंगी. अटेर महोत्सव में चंबल नदी के किनारे रेत में जहां कुश्ती व कबड्डी जैसे खेल खेले जाएंगे, वहीं चंबल नदी में वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां भी होंगी. बड़ी संख्या में स्कूल और कॉलेज के बच्चे इन खेल और एडवेंचर गेम्स में भाग लेने के लिए अटेर महोत्सव में पहुंच रहे हैं.
प्रो पंजा कॉम्पीटिशन से हुई अटेर महोत्सव की शुरुआत
शुक्रवार को अटेर महोत्सव की शुरुआत प्रो पंजा कॉम्पीटिशन के साथ हुई. फिल्म स्टार प्रीति झंगियानी और प्रवीण डबास ने अटेर महोत्सव में प्रो पंजा कॉम्पीटिशन की शुरुआत की. प्रो पंजा कॉम्पीटिशन में जीतने वाले विजेताओं को अटेर महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम में पुरस्कृत भी किया गया. शुभारंभ के मौके पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया. कवि सम्मेलन के आयोजन के दौरान कवियों को शॉल-श्रीफल देकर सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया द्वारा सम्मानित भी किया गया.
संस्कृति विभाग एवं जिला पुरातत्व विभाग मिलकर आयोजित कर रहे अटेर महोत्सव
बीहड़ों के बीच बसे हुए अटेर में पर्यटन को बढ़ाने के लिए संस्कृति विभाग एवं जिला पुरातत्व विभाग द्वारा अटेर महोत्सव का आयोजन किया गया है. इस आयोजन का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक यहां आएं और यहां के ऐतिहासिक अटेर किले को देखें. इसके अलावा चंबल नदी में दिखने वाले डॉल्फिन, मगरमच्छ और घड़ियालों का भी दीदार करें.
डकैत प्रभावित क्षेत्र की छवि से बाहर आना है मकसद
खास बात यह है कि कुछ साल पहले तक यहां डकैतों का डेरा हुआ करता था. डकैत चंबल नदी के इसी इलाके में सबसे ज्यादा सक्रिय रहते थे. बीहड़ इलाका होने की वजह से डकैतों को यहां छुपने में काफी आसानी होती थी. लेकिन अब डकैतों का पूरी तरह सफाया हो चुका है और जहां कभी डकैत डेरा डाला करते थे वहां अब खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियां हो रही हैं. डकैत प्रभावित क्षेत्र की छवि से बाहर आने के लिए ही मध्यप्रदेश सरकार ने चंबल क्षेत्र में अटेर महोत्सव का आयोजन किया है.
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