MP Breaking: मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर मचे बवाल को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा फैसला लेते हुए पटवारी परीक्षा के जरिए होने वाली नियुक्तियों पर रोक लगा दी है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने आदेश में कहा- कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2, उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेंटर के परीक्षा परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है. इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं. सेंटर के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा. बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर शिवराज सरकार को घेरा था.
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बता दें कि पटवारी परीक्षा को लेकर गुरुवार को भोपाल और इंदौर में युवकों ने जमकर प्रदर्शन किया. युवाओं ने सड़कों पर उतर कर धरना दिया और पटवारी परीक्षा में धांधली की जांच सीबीआई से कराने की मांग रखी. पटवारी भर्ती परीक्षा में सामने आ रही गड़बड़ियों के बाद युवाओं का मुखर विरोध देखने को मिला. इंदौर की सड़कों पर हजारों की संख्या में युवा सड़क पर उतर पड़े. पटवारी भर्ती परीक्षा में सामने आई गड़बड़ियों के बाद नाराज युवाओं का हुजूम इंदौर कलेक्ट्रेट रोड को घेरकर बैठ गए थे.
इसके साथ ही राजधानी भोपाल से लेकर ग्वालियर, भिंड और शाजापुर समेत दूसरे शहरों में भी इस तरह युवाओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर गए थे. इसके बाद देर शाम सीएम शिवराज ने परीक्षा के जरिए होने वाली पटवारी नियुक्तियों पर रोक लगा दी.
राहुल गांधी ने भी पटवारी परीक्षा को लेकर किया ट्वीट…
पटवारी परीक्षा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर शिवराज सरकार को घेरा है. राहुल गांधी ने लिखा- ‘मध्य प्रदेश में भाजपा ने युवाओं से बस चोरी की है. पटवारी परीक्षा घोटाला, व्यापम घोटाला 2.0 है, जो प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. पहले, भाजपा ने जनता की चुनी हुई सरकार चोरी की, अब विद्यार्थियों से उनका हक़, युवाओं से रोज़गार चोरी कर रही है.’
वहीं प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा- ‘मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के शासन में एक बार फिर भर्ती में घोटाले की खबरें आ रही हैं. नौकरियों के लिए पदों की लाखों रुपए में बोली लगाए जाने की खबरें हैं. और सरकार जांच कराने से क्यों कतरा रही है? भर्ती घोटालों से जुड़े होने के आरोप में भाजपा नेताओं का नाम ही क्यों सामने आता है? नौकरी के लिए भर्तियों में केवल घोटाले ही घोटाले हैं. भाजपा सरकार लाखों युवाओं का भविष्य अंधकार में क्यों डाल रही है?
दाल में काला नहीं, पूरी दाल काली है: जीतू पटवारी
जीतू पटवारी ने सीएम शिवराज के पटवारी भर्ती परीक्षा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, शिवराज सिंह जी, आप यह मत समझना कि पटवारी परीक्षा घोटाले की नियुक्तियां रोककर आपको पुराने ‘अपराधों’ से माफी मिल जाएगी. इंदौर/भोपाल के अलावा प्रदेश के कई जिलों में आज आक्रोशित युवाओं ने जो प्रदर्शन किया है. उसकी गंभीरता को समझिए. यह गुस्सा अब आसानी से ठंडा नहीं होगा. उन्होंने मांग रखते हुए कहा- अब तक हुए भर्ती घोटालों की जांच करवाइए. सभी दोषियों पर कठोर कार्रवाई कीजिए. पात्रता रखने वालों को भर्ती कीजिए. युवा प्रतिभाओं से माफी मांगिए. गलती भी स्वीकार कीजिए.
पटवारी परीक्षा परिणाम इसलिए आए विवादों में
दरअसल, पटवारी परीक्षा परिणामों का विरोध इसलिए शुरू हुआ क्योंकि ग्वालियर में बीजेपी विधायक संजीव कुशवाह के एनआरआई कॉलेज के सेंटर से पटवारी परीक्षा परिणामों के टॉप 10 अभ्यर्थियों में 7 इसी कॉलेज में परीक्षा देकर टॉपर बने. इसके साथ ही उन्होंने ऐसे सवालों के जवाब गलत दिए, जिसे खुद व्यापमं की आंसरशीट में गलत जवाब दिए थे. छात्रों के आरोप हैं कि आंसरशीट पहले ही लीक कर ली गई थी. इस मामले को कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सबसे पहले उठाया. इसके बाद बवाल मचना शुरू हुआ.
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