MP Election 2023: मध्य प्रदेश में साल के आखिर में चुनाव हैं और सत्ताधारी बीजेपी सरकार हर वर्ग को खुश करने की कोशिश में जुटी हुई है. महिलाओं के बाद अब युवाओं को रिझाने के लिए शिवराज सरकार ने बड़ा दांव चला है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज यानि मंगलवार को राजधानी भोपाल से ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ लॉन्च कर दी. भोपाल के रविंद्र भवन में सीखो-कमाओ योजना पोर्टल में युवाओं का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है. खुद मुख्यमंत्री शिवराज ने पोर्टल में एक युवा का रजिस्ट्रेशन करके इस योजना की शुरुआत की.
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सीएम शिवराज ने कहा- “मैंने 15 अगस्त, 2022 को सरकारी नौकरियों में एक लाख पदों पर भर्ती की घोषणा की थी. आज मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता है कि 55,000 पदों पर भर्तियां की जा चुकी हैं और बाकी पदों पर 15 अगस्त तक भर्तियां पूरी कर ली जायेंगी. भोपाल के रवीन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में युवाओं के लिए पंजीयन पोर्टल एवं MMSKY मोबाइल ऐप शुभारंभ किया.
सिंगापुर के सहयोग से बन रहा है ‘ग्लोबल स्किल सेंटर’
सीएम कहा, ‘भोपाल में सिंगापुर के सहयोग से “ग्लोबल स्किल सेंटर” बन रहा है. इसमें हम एक साथ 6,000 बच्चों को स्किल्ड करने का काम करेंगे और बाद में इस संख्या को बढ़ाकर 10,000 तक ले जायेंगे. हमारे यहां सेल्फ एंप्लॉयमेंट की अलग-अलग योजना है, उनमें से एक योजना ‘मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना’ है. आपको अपना छोटा उद्योग लगाना हो, तो उसके लिए बैंक आपको 50 लाख रुपये तक का लोन देगा और लोन को वापस करने की गारंटी मामा लेगा.’
इस योजना के तहत युवाओं को रोजगार दिलाने के साथ ही कौशल भी सिखाया जाएगा. योजना अंतर्गत 12वीं पास, आईटीआई, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किए हुए सभी युवा इसके पात्र होंगे. इसमें काम सीखने के बदले प्रदेश सरकार युवाओं को 8000 से लेकर 10 हजार रुपये तक का स्टाइपेंड देगी. इस योजना के तरत 700 कार्यों को स्वीकृति दी गई है, जिनमें इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म ट्रेवल, अस्पताल, रेलवे, आईटीआई, सॉफ्टवेयर, बैंकिग, बीमा, लेखा, चार्टेड अकाउंटेंट, अन्य वित्तीय सेवाओं सहित कई और काम सिखाए जाएंगे.
चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं पंख देती है: सीएम
इस काम सीखने के दौरान युवाओं को स्टाइपेंड दिया जाएगा. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं देती, पंख देती है, ताकि वो प्रगति और विकास की लंबी उड़ान उड़ सके. उन्होने कहा कि वो युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देना बेमानी है, इसकी बजाय उन्हें काम सिखाया जाए और उसके बदले में पैसा दें, ताकि उनके लिए स्थायी रोजगार की व्यवस्था हो जाए. इसके अलावा सीएम शिवराज ने कहा कि अब मध्य्प्रदेश में शासकीय नौकरियों में लगातार भर्ती की जाएगी.
ऐसे मिलेगा योजना का लाभ
योजना के तहत 12वीं पास युवाओं को 8000 रुपये महीना, आईटीआई किए युवाओं के 8500 रुपया महीना, डिप्लोमा धारी को 9000 रूपया और इससे अधिक शिक्षा प्राप्त ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को 10,000 रूपये महीना स्टाइपेंड दिया जाएगा. जिन प्रतिष्ठानों में युवा काम करेंगे उनके और प्रदेश सरकार के बीच ऑनलाइन अनुबंध किया गया है. युवाओं को स्टाइपेंड की राशि उनके बैंक अकाउंट में डीपीटी यानी टायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दी जाएगी.
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