5 हजार रुपए के नोट चबाने वाले पटवारी की बीवी निकली तहसीलदार, पति की करतूत पर ये कहा..

chhindwara news: मध्यप्रदेश में पटवारी ही इस वक्त चर्चा में बने हुए हैं. पहले पटवारी परीक्षा की भर्ती में हुई गड़बड़ियां सुर्खियों में रहीं तो अब मध्यप्रदेश के कटनी जिले में पदस्थ एक पटवारी की चर्चा ही लोगों की जुबां पर लगतार बनी हुई है. कटनी का पटवारी गजेंद्र सिंह जिसने लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई […]

patwari news katni news chhindwara news mp news

patwari news katni news chhindwara news mp news

follow google news

chhindwara news: मध्यप्रदेश में पटवारी ही इस वक्त चर्चा में बने हुए हैं. पहले पटवारी परीक्षा की भर्ती में हुई गड़बड़ियां सुर्खियों में रहीं तो अब मध्यप्रदेश के कटनी जिले में पदस्थ एक पटवारी की चर्चा ही लोगों की जुबां पर लगतार बनी हुई है. कटनी का पटवारी गजेंद्र सिंह जिसने लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई से बचने 5 हजार रुपए के नोट ही चबा डाले थे, अब पता चला है कि उसकी पत्नी खुद एक अफसर है. पटवारी गजेंद्र सिंह की पत्नी साधना सिंह नायब तहसीलदार है जो इस समय छिंदवाड़ा में पदस्थ है.

जैसे ही यह जानकारी मीडिया को लगी तो मीडियाकर्मियों का जमावड़ा छिंदवाड़ा में पदस्थ नायब तहसीलदार साधना सिंह के कार्यालय पर लगना शुरू हो गया. मीडिया ने जब साधना सिंह से उनके पति की करतूत को लेकर बात करनी चाही तो वे नाराज हो गईं और बोली कि इस बारे में उनके पति से ही सवाल-जवाब किए जाएं. वे इस बारे में खुद कुछ नहीं बोलना चाहती हैं. उल्लेखनीय है कि साधना सिंह छिंदवाड़ा जिले की मोहखेड़ तहसील में नायब तहसीलदार हैं और इस समय उनके पास सांवरी सर्किल का जिम्मा है.

नायब तहसीलदार साधना सिंह ने बस इतना कहा कि उनके पति जमानत के बाद अब घर पर हैं और पति के कारनामे को लेकर उनसे बार-बार सवाल- जवाब न किए जाएं. आपको बता दें कि बीते दिनों कटनी में पटवारी गजेंद्र सिंह को लोकायुक्त ने 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते ट्रैप करने की कोशिश की तो पटवारी ने 500-500 के नोट ही चबाकर खा गया. कुल 5 हजार रुपए के नोट पटवारी गजेंद्र सिंह चबाते हुए खा गया.

अब लोकायुक्त को प्रूफ करना होगा कि पटवारी ने ली थी रिश्वत
अब पटवारी गजेंद्र सिंह को ट्रैप करने वाली लोकायुक्त पुलिस को कोर्ट में ये साबित करना होगा कि पटवारी गजेंद्र सिंह ने रिश्वत ली थी. लोकायुक्त पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि पटवारी के रिश्वत से संबंधित जो भी ऑडियो-वीडियो हैं और चबाए गए नोटों की जो लुग्दी है, उनकी फॉरेंसिक जांच कराकर जो रिपोर्ट सामने आएगी, उससे वे कोर्ट में साबित कर पाएंगे कि पटवारी गजेंद्र सिंह ने रिश्वत लेने की कोशिश कर रहे थे.

ये भी पढ़ेंपाकिस्तान में प्रेमी संग निकाह कर अंजू बनी फातिमा, पिता बोले- मेरे लिए मर गई समझो

    follow google newsfollow whatsapp