guna crime news: मध्यप्रदेश के गुना जिले में आदिवासी समाज की महिला का सरपंच चुना जाना गांव के दंबगों को इतना नागवार गुजरा कि तीन महीने में उस पर दूसरी बार हमला कर दिया. महिला सरपंच अपने एक साथी के साथ गांव में निर्माण कार्य का मुआयना करने पहुंची थी, तभी गांव के दबंगों ने उस पर हमला कर दिया. इस दौरान दबंगों ने महिला सरपंच को बधंक बनाने की भी कोशिश की.
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गुना जिले के कैंट थाना क्षेत्र के करोद गांव में शासकीय स्कूल की बाउंड्री वॉल का निर्माण हो रहा था. बाउंड्री वॉल का निरीक्षण करने के लिए जब महिला सरपंच लक्ष्मीबाई अपने साथी के साथ गांव पहुंची तो गांव के प्रभावशाली लोगों ने उस पर हमला कर दिया. तीन महीने पहले भी उस पर हमला किया गया था. लड़ाई झगड़ों के कारण गांव में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं. अब तक मनरेगा के तहत एक भी सरकारी काम पूरा नहीं हो पाया है.
स्थानीय लोग बताते हैं कि गांव के दबंगों का कहना है कि महिला सरपंच 1 लाख रुपये लेकर घर बैठे. गांव में विकास कार्य वे खुद कर लेंगे. आपको बता दें कि ग्राम पंचायत करोद में सरपंच का पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित था. गांव में केवल एक ही महिला अनुसूचित जाति की थी जिसे निर्विरोध सरपंच चुना गया.
दंबगों ने ही लड़ाया था चुनाव, जीतने के बाद सरपंच ने बदले तेवर तो हुई लड़ाई
बताया जाता है कि गांव के ही एक दबंग परिवार द्वारा महिला को करोद लाकर चुनाव लड़वाया गया था. चूंकि गांव में कोई भी अनुसूचित जनजाति की दूसरी महिला नहीं थी. इसलिए लक्ष्मीबाई का जीतना तय था. लेकिन चुनाव जीतने के बाद महिला और उसका पति स्वतंत्र होकर कार्य करना चाहते हैं. जिसे लेकर प्रभावशाली लोगों को आपत्ति हो गई. पीड़ित परिवार का कहना है कि रविन्द्र कुशवाह,हेमराज धाकड़,रणवीर,दिलीप ने उनके साथ मारपीट की है. इस मामले में अब पुलिस अधिकारी जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं.
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