Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में एक बार फिर से पेशाब कांड हो गया है. ये अमानवीय और हैवानियत भरा काम शिवपुरी जिले में एक दलित मजदूर के साथ हुआ है. आरोपी ने पहले गरीब मजदूर को जमकर पीटा, इसके बाद उसे जूते में भरकर पेशाब पिला दी. पीड़ित का आरोप है कि उसने आधी दिहाड़ी लेने से इनकार कर दिया तो आरोपी ने उसे जमकर पीटा और ‘जूते में पेशाब' भरकर उसे पिलाई. घटना को लेकर भीम आर्मी एक्टिव हो गई है. हालांकि पुलिस ने पेशाब पिलाने जैसी किसी भी घटना से इनकार किया है. वहीं कांग्रेस ने मोहन सरकार को घेरा है.
ADVERTISEMENT
जानकारी के मुताबिक, करेरा थाना के ग्राम बागेदरी में रामसिंह ठाकुर द्वारा दलित मजदूर राजेश पुत्र सुल्तान जाटव को जूते में शराब भरकर पिलाने का मामला सामने आया है. इसके बाद बवाल हो गया है. मामला 14 जुलाई को ठाकुर ने राजेश को खेत में दवा छिड़कने के लिए बोला था. इस काम के लिए राजेश ने 500 रुपए मजदूरी के रूप में मांगे. इस पर ठाकुर ने उसे ज्यादा मजदूरी मांगने के कारण गालियां दीं. राजेश ठाकुर को गुस्से में देख घर की तरफ भाग निकला. कुछ देर बाद ठाकुर भी घर के बाहर पहुंच गया. राजेश की लाठियों से पिटाई की गई और जूते में पेशाब भरकर पिलाई गई.
मध्यप्रदेश में फिर पेशाब कांड: कांग्रेस
एमपी कांग्रेस ने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा- "शिवपुरी जिले के बगेदरी गांव में मजदूर ने काम के बाद जब दिहाड़ी के 500 रुपए मांगे, तो दबंग ने 300 रुपए से ज्यादा दिहाड़ी देने से मना कर दिया और हैवानियत की हद पार करते हुए दलित युवक को जूते में पेशाब भरकर उसे पीने के लिए मजबूर किया. मोहन यादव जी, दलितों पर अत्याचार कब बंद होगा?"
ये भी पढ़ें: Gwalior: पिता को पिटता देख बदमाश से भिड़ गई बहादुर बेटी, फिर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, VIDEO हुआ वायरल
भीम आर्मी ने किया चक्का जाम तब लिखी गई रिपोर्ट
पीड़ित पक्ष का कहना है कि वह जब 15 जुलाई को रिपोर्ट लिखाने थाने गया तो उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी. बाद में भीम आर्मी की मदद से चक्काजाम करने पर रिपोर्ट लिखी गई. लेकिन पेशाब पिलाने की धाराएं नहीं लगाई गई. मंगलवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित ने ज्ञापन सौंपकर मामले में पेशाब पिलाने संबंधी धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की थी. बाद में आरोपी को हिरासत में ले लिया है.
पेशाब पिलाने की घटना असत्य है: एसपी शिवपुरी
शिवपुरी के एसपी अमन सिंह राठौर कहा, "पेशाब पिलाने वाली घटना असत्य है. राजेश जाटव के खिलाफ एक गांव की ही महिला ने छेड़छाड़ की एफआईआर दर्ज कराई है. इसे विवादित बनाने के लिए यह सब किया गया है. इस सिलसिले में लोगों के बयान लिए गए तो पेशाब पिलाने की घटना असत्य पाई गई है.
ADVERTISEMENT