मुरैना सीट के बाद ग्वालियर सीट पर भी कांग्रेस में हुआ विद्रोह, प्रवीण पाठक के खिलाफ मच गया हंगामा

हेमंत शर्मा

07 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 7 2024 12:21 PM)

ग्वालियर में कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही पार्टी में बगावत के सुर उठने लगे हैं. कांग्रेस पार्टी के ग्वालियर के शहर जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने इस बात का ऐलान किया है, कि कांग्रेस पार्टी ने प्रवीण पाठक को अपना प्रत्याशी बनाया है इसलिए वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.

Gwalior Lok Sabha Seat, Lok Sabha Elections 2024

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Loksabha election 2024: ग्वालियर में कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही पार्टी में बगावत के सुर उठने लगे हैं. कांग्रेस पार्टी के ग्वालियर के शहर जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने इस बात का ऐलान किया है, कि कांग्रेस पार्टी ने प्रवीण पाठक को अपना प्रत्याशी बनाया है इसलिए वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.

देवेंद्र शर्मा का यह बयान सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी में हड़कंप मच गया है. दरअसल कांग्रेस पार्टी के शहर जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उन्होंने टिकट घोषित होने के 10 दिन पहले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत केसी गोपाल, वेणुगोपाल और राहुल गांधी को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी थी कि आप प्रवीण पाठक को छोड़कर किसी को भी प्रत्याशी बना दीजिए, अगर प्रवीण पाठक को प्रत्याशी बनाया गया तो हमें काम करने में दिक्कत आएगी.

देवेंद्र शर्मा ने बताया कि उनके इस पत्र पर वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया और पार्टी ने प्रवीण पाठक को लोकसभा प्रत्याशी बना दिया. इस वजह से वह अब अपने पद से इस्तीफा देंगे. कांग्रेस के शहर जिला अध्यक्ष ने कहा कि उनकी नाराजगी प्रवीण पाठक के साथ नहीं है, बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी प्रवीण पाठक के साथ है. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रवीण पाठक न कभी किसी धरना प्रदर्शन में आते हैं और न कभी कांग्रेस की बैठक में शामिल होते हैं, वह सीधा टिकट लेकर आ जाते हैं.

प्रवीण पाठक 5 साल विधायक रहे, लेकिन किसी धरने में नहीं आए- देवेंद्र शर्मा

उन्होंने कहा कि प्रवीण पाठक 5 साल विधायक रहे, लेकिन कभी किसी भी धरना प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए, जबकि कांग्रेस का कार्यकर्ता चाहता है कि उसका नेता उसके साथ खड़ा रहे, इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज है और उन्हीं की बात मैंने वरिष्ठ नेतृत्व तक पहुंचाई थी, लेकिन इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि अब काम करने में मन नहीं लग रहा है, लेकिन वे चुनाव के समय इस्तीफा नहीं देंगे.

देवेंद्र शर्मा ने कहा कि वे रणछोड़ दास नहीं है, इसलिए वे चुनाव के समय पूरी ताकत के साथ पार्टी के लिए काम करेंगे और उसके बाद चुनाव पूरा हो जाने पर वे इस्तीफा दे देंगे. जब देवेंद्र शर्मा से सवाल किया गया कि क्या वह प्रवीण पाठक के जीत जाने के बाद भी इस्तीफा देंगे? तो उन्होंने कहा, कि प्रवीण पाठक के चुनाव जीतने के बावजूद भी वे अपने पद से इस्तीफा जरूर देंगे.

देवेंद्र शर्मा के इस्तीफा दिए जाने के ऐलान के बाद से कांग्रेस में हलचल मच गई है. फिलहाल कांग्रेस के किसी अन्य नेता या वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा देवेंद्र शर्मा के इस ऐलान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन देवेंद्र शर्मा की बातों से लग रहा है कि आने वाले समय में न केवल कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक बल्कि खुद कांग्रेस पार्टी के लिए भी मुश्किल खड़ी हो सकती हैं.

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