Ratlam Lok Sabha Seat Results: रतलाम में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के नतीजे सामने आने लगे हैं. रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर फिर एक बार कांतिलाल भूरिया को हार का सामना करना पड़ सकता है.रतलाम झाबुआ लोकसभा सीट पर पूरी मतगणना के दौरान बीजेपी प्रत्याशी अनीता नागर सिंह चौहान आगे रही हैं. आपको बता दें यहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाला भूरिया को 207232 वोटों से हार का सामना करना पड़ा है. कांतिलाल भूरिया को लगातार इस सीट पर दूसरी बार हार का मुंह देखना पड़ा है.
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रतलाम लोकसभा सीट को लेकर ऐसा माना जा रहा था कि आदिवासी बाहुल्य ये सीट कांग्रेस के पक्ष में जा सकती है. लेकिन कांग्रेस को यहां से करारा झटका लगा है. दूसरी बार इस सीट पर कांतिलाल भूरिया को करारी शिकस्त हाथ लगती नजर है. प्रदेश के बड़े दिग्गज कांग्रेसी नेता के इस सीट पर होने के कारण यहां से कांग्रेस को जीत की उम्मीद नजर आ रही थी. आपको बता दें पिता की जीत के लिए बेटे विक्रांत भूरिया ने युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा भी दे दिया था. ताकि पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार कर सकें.
क्या थे 2019 के नतीजे ?
इस सीट पर लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में भाजपा के गुमान सिंह डामोर ने कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया को 90 हजार वोटों से हराया था. कांतिलाल भूरिया के डब्दबे वाली यह सीट पर 2019 में हार मिलने पर कांग्रेस को झटका लगा था. गुमान सिंह डामोर को 696,103 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के भूरिया को 6,05,467 वोट मिले थे. 2014 में भाजपा के दिलीप सिंह भूरिया ने कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया को शिकस्त दी थी. दिलीप भूरिया को 545,980 वोट मिले थे वहीं कांतिलाल भूरिया को 4,37,523 वोट मिले थे.
कौन है कांतिलाल भूरिया?
कांतिलाल भूरिया कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक हैं. उन्हें मध्य प्रदेश का बड़ा आदिवासी नेता माना जाता है. आपको बता दें भूरिया UPA सरकार में मंत्री भी रहे हैं. भूरिया को 2009 में प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन -2 सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर पदोन्नत किया गया था. इससे पहले, वह कृषि मंत्रालय में राज्य मंत्री और उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्य मंत्री थे. लेकिन इस चुनाव में उन्हें अनीता नागर से करारी हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव के दौरान का भूरिया का एक बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. जिसमें वे 2 पत्नियों को 2 लाख रूपये देने की बात करते नजर आए थे. आपको बता दें कांतिलाल भूरिया को इस सीट पर लगातार दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा है.
कौन हैं अनीता नागर सिंह चौहान?
अनीता नागर सिंह चौहान कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी हैं. उन्होंने साल 2007 में राजनीति में एंट्री की थी. साल 2007 में उन्होंने अलीराजपुर नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था, लेकिन उस वक्त उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद 2015 में निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गईं. साल 2022 में दूसरी बार जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं और अब साल 2024 में BJP ने उन्हें सांसद का टिकट दिया था. जिला पंचायत से सीधे देश की संसद पहुंची अनीता सिंह नागर, आपको बता दें कि उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया को शिकस्त दी है.
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