Lok Sabh Elections 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. हर रोज कोई न कोई नेता पार्टी का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम रहा है. इस कड़ी में ग्वालियर चंबल क्षेत्र भी पीछे नहीं है. दो दिन पहले मुरैना और ग्वालियर लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है. इसके बाद दोनों ही लोकसभा क्षेत्रों में जमकर नाराजगी देखने को मिल रही है. आज मुरैना से कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है. यहां पूर्व विधायक ने कांग्रेस छोड़कर सीएम मोहन यादव के सामने बीजेपी ज्वॉइन कर लिया. वहीं ग्वालियर में भी विरोध जारी है, यहां पर कांग्रेस अध्यक्ष नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.
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जानकारी के मुताबिक, मुरैना पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया है. जहां सुमावली विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक अजब सिंह कुशवाहा को उन्होंने बीजेपी में शामिल कराया है. आज पूर्व विधायक अजब सिंह कुशवाहा और सीएम के साथ मंच पर दिखाई दिए. जिसके बाद राजनीतिक खेमे में हड़कंप मच गया.
बता दें 2020 में अजब सिंह कुशवाहा भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हुए थे. जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें उपचुनाव में सुमावली से अपना प्रत्याशी बनाया था और उन्होंने इस सीट पर जीत हासिल की थी. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे लेकिन इन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था.
अजब सिंह ने तीसरी बार किया दलबदल
अजब सिंह कुशवाहा अब तक तीन बार पार्टी बदल चुके हैं. वे पहले बसपा (BSP) से विधानसभा का चुनाव लड़े थे. इसके बाद वे भाजपा में आए और भाजपा से चुनाव लड़े, लेकिन जब 2018 में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे कांग्रेस से चुनाव लड़े. इसके बाद 2023 के चुनाव में भी कांग्रेस से चुनाव लड़े लेकिन वे हार गए. हार भी ऐसी कि वह तीसरे नंबर पर रहे थे. अब वे एक बार फिर भाजपा में शामिल हुए हैं. जानकारों की माने तो मुरैना सीट पर कुशवाह वोटर निर्णायक भूमिका मे हैं, यही कारण है कि अजब सिंह कुशवाह को पार्टी में शामिल कराया गया है.
विधानसभा चुनाव के समय हुआ था वारंट जारी
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के समय मुरैना की सुमावली विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह कुशवाह की मुश्किलें उस वक्त बढ़ गई थी. जब कुश्वाह के खिलाफ मुरैना न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था. हालांकि उन्हें बाद में जमानत मिल गई थी. पूरा मामला पुराने लेन-देन का था. उस वक्त अजब सिंह कुशवाह काफी चर्चांओं में आए थे.
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