Lok Sabha Elections Voting Percentage: लोकसभा चुनाव का रिजल्ट घोषित होते ही मध्यप्रदेश सरकार के 9 मंत्रियों पर बीजेपी आलाकमान बड़ी कार्रवाई कर सकता है. अमित शाह की चेतावनी के बाद भी कुल 9 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत 2019 की तुलना में काफी कम रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की 29 सीटों पर कुल 71.12 फीसदी मतदान हुआ था तो वहीं वर्तमान में हुए लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों पर सिर्फ 66.87 फीसदी मतदान हुआ है.
ADVERTISEMENT
इस प्रकार सीधे तौर पर पिछली बार की तुलना में इस बार लगभग 4 फीसदी मतदान कम हुआ है और बीजेपी इसे बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. जब पहले चरण का मतदान संपन्न हुआ था और आंकड़े सामने आए तो पता चला कि पहले चरण में ही मध्यप्रदेश में कुल 7 फीसदी कम मतदान हुआ है. इससे नाराज होकर अमित शाह ने चेतावनी दे दी थी कि जिन मंत्रियों की विधानसभा में कम वोटिंग होना पाया जाएगा, उन्हें मंत्री पद से बाहर कर दिया जाएगा.
इन लोकसभा सीटों पर हुई कम वोटिंग
इसके बाद पता चला कि चुनाव संपन्न होने के बाद मध्यप्रदेश की 9 सीटों पर कम वोटिंग हुई है. ये वो सीट हैं जहां के विधायक मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बने हुए हैं. इनके नाम हैं दिलीप अहिरवार, एंदल सिंह कंषाना, नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रद्युम्न सिंह तोमर, विजय शाह, राकेश सिंह, नागर सिंह चौहान, चैतन्य कश्यप, विश्वास सारंग. इनकी अपनी विधानसभा क्षेत्रों में 1 से 6 फीसदी तक कम मतदान हुआ है. ऐसे में अब बीजेपी आलाकमान इनको लेकर चुनाव परिणाम के बाद कुछ बड़े गंभीर निर्णय लेगा.
ये भी पढ़ें: कम वोटिंग के कारण मध्यप्रदेश सरकार के इन 10 मंत्रियों की कुर्सी खतरे में, अमित शाह हैं बेहद नाराज!
जहां वोटिंग ज्यादा हुई, वहां विधायक और मंत्री को मिलेगा प्रोत्साहन
माना जा रहा है कि इन सभी की मंत्री पद से छुट्टी की जा सकती है और नए विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है. ऐसा भी माना जा रहा है कि जिन विधायकों के क्षेत्र में पिछली बार की तुलना में अधिक वोटिंग हुई होगी, तो उनको मंत्री पद देकर उनके काम को बीजेपी प्रोत्साहित भी कर सकती है. खबर को विस्तार से जानने के लिए देखें ये वीडियो.
ये भी पढ़ें- पैसे लेने की जिद पर अड़ गए BJP विधायक, सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ घेर लिया थाना, जानें क्या है माजरा?
ADVERTISEMENT