MP Loksabha Election 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चारों चरण संपन्न हो चुके हैं, अब रिजल्ट का इंतजार है. इससे पहले निर्वाचन आयोग ने वोटिंग प्रतिशत के फाइनल आंकड़े जारी कर दिए हैं, जिसने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है. दरअसल, लोकसभा चुनाव में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मुकाबले काफी कम रहा है. पुरुषों का मतदान प्रतिशत महिलाओं के मुकाबले ज्यादा रहा है. ये घटा हुआ वोटिंग प्रतिशत बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.
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इतना प्रतिशत घट गया महिला मतदान
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान महिलाओं ने बढ़-चढ़कर वोट किया था. विधानसभा चुनाव में महिला और पुरुषों के बीच महज 2-3 फीसदी का अंतर था, जबकि लोकसभा चुनाव में यह बढ़कर 5-6 प्रतिशत हो गया है. मध्य प्रदेश में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 76 फीसदी रहा था, वहीं लोकसभा चुनाव में 64 फीसदी के आसपास रहा है, यानी कि इसमें 12 प्रतिशत की कमी आई है. माना जा रहा है कि ये सत्तारूढ़ दल के लिए अच्छा संकेत नहीं है.
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में कुल 66.87 प्रतिशत मतदान हुआ है. पुरुष मतदाताओं का वोटिंग प्रतिशत 69.37 फीसदी रहा, वहीं महिला मतदाताओं का वोटिंग प्रतिशत 64.24 फीसदी रहा. सबसे ज्यादा वोटिंग छिंदवाड़ा में 79 प्रतिशत, वहीं दूसरे नंबर पर राजगढ़ और खरगोन में 76 प्रतिशत हुई है.
वोटिंग प्रतिशत से बढ़ी बीजेपी की टेंशन?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी को लाड़ली बहना योजना का काफी फायदा मिला था. महिलाओं ने बड़ी तादाद में घरों से निकलकर वोटिंग की थी. विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम विश्लेषकों और ओपिनियन पोल गलत साबित हुए थे. ओपिनियन पोल में जहां कांग्रेस को बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही थी, वहीं चुनावी नतीजे सामने आने पर बीजेपी को बंपर बहुमत मिला था. माना जाता है कि लाड़ली बहनों ने ये सारी बाजी पलट दी थी. यही वजह है कि कम वोटिंग प्रतिशत बीजेपी के लिए नकारात्मक माना जा रहा है. देखें पूरी वीडियो रिपोर्ट...
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