Madhya Pradesh Congress: भोपाल में बीते रोज पीसीसी कार्यालय में कांग्रेस पार्टी ने एक अहम मीटिंग की. इस मीटिंग में कुछ बड़े फैसले लिए गए हैं. जिसमें सबसे बड़ा फैसला है 5 जून के बाद कांग्रेस के काम करने के तरीकों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने का. कांग्रेस पार्टी के मप्र चुनाव प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में फैसला लिया गया है कि अब से कांग्रेस चुनाव नजदीक आने का इंतजार नहीं करेगी बल्कि 4 जून को जब लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आएंगे और ठीक अगले दिन यानी 5 जून को कांग्रेस पार्टी के सभी बड़े लीडर्स ग्राउंड पर उतर जाएंगे.
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भंवर जितेंद्र सिंह ने बताया कि आने वाले वक्त में मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव होंगे, फिर नगरीय निकायों के चुनाव होंगे और उसके कुछ सालों बाद विधानसभा चुनाव होंगे. पहले कांग्रेस पार्टी चुनाव नजदीक आने पर ही अपनी तैयारियों और रणनीति बनाने में जुटती थी लेकिन इस बार हम सभी 5 जून से ही आगामी चुनावों की रणनीति के लिए ग्राउंड पर काम करना शुरू कर देंगे.
भंवर जितेंद्र सिंह ने बताया कि सभी जिलों, संभाग और मंडल के प्रभारी ग्राउंड पर अपने-अपने क्षेत्रों में जाएंगे, कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और उन्हें आने वाले सभी छोटे-बड़े चुनावों के लिए तैयार करेंगे और नए सिरे से ग्राउंड पर ही रणनीति बनाकर उसे लागू करने की कोशिश करेंगे. कांग्रेस पार्टी अब पूरे पांच साल चुनावी मोड में रहकर काम करने जा रही है.
कांग्रेस पार्टी ने इस मीटिंग में काउंटिंग के दिन के लिए भी रणनीति बनाई है, जिससे किसी भी तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए तमाम जरूरी सावधानियों को बरता जाए. कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी भी अब बीजेपी की तर्ज पर 365 दिन काम करने का मोड अपनाने जा रही है. देखना होगा कि क्या कांग्रेस को इन नए बदलाव से कुछ फायदा होता है या नहीं. खबर को विस्तार से जानने के लिए देखें ये वीडियो.
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