बिजली कटौती से परेशान अशोकनगर वालों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कर दी खबर, फिर दौड़े-दौड़े पहुंचे ऊर्जा मंत्री तोमर

राहुल जैन

22 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 22 2024 4:00 PM)

ashoknagar news: अशोकनगर जिले में लाइट व्यवस्था चरमराई हुई है. लेकिन इस मामले की शिकायत जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पहुंची तो शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया. 

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MP Politics News: अशोकनगर जिले में लाइट व्यवस्था चरमराई हुई है. विद्युत विभाग के कर्मचारी न तो फोन उठाते हैं और न ही जनता द्वारा की हुई शिकायत का निराकरण समय पर करते हैं. कई बार लोग इसकी शिकायत विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से कर चुके हैं, लेकिन पूरी गर्मी निकल जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है और न ही कोई सुधार हुआ है. लेकिन इस मामले की शिकायत जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पहुंची तो शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया. 

बिजली कटौती से परेशान लोगों ने केंद्रीय मंत्री और क्षेत्रीय सांसद सिंधिया से बिजली कटौती की शिकायत की, तो सिंधिया ने तुरंत ऊर्जा मंत्री को लाइट में सुधार के निर्देश दिए. जिसके बाद आनन-फानन में ऊर्जा मंत्री ने जिले का दौरा तय किया. उन्होंने अधिकारियों की बैठक की. राजीव गुप्ता CGM ग्वालियर को कार्रवाई के निर्देश दिए. मंत्री जी जिले में ऊर्जा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की बैठक लेने पहुंच गए. 

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ऊर्जा मंत्री को किसानों ने दिए आवेदन

अशोकनगर आए ऊर्जा मंत्री से जिले के वरिष्ठ भाजपा नेताओं सहित जनता ने जमकर यहां के अधिकारी-कर्मचारियों की शिकायत की और लिखित में आवेदन भी दिये. आवेदन पर कई किसानों के हस्ताक्षर भी थे. किसानों का आरोप है कि टूटे  हुए खंबे भी ग्रामीणों को ही लगाने होते हैं. वहीं तार जोड़ने के लिए कर्मचारियों से कहते हैं तो वह बिजली के तार जोड़ने तक नहीं आते, जिससे कई गांव अंधेरे में पसरे हुए हैं. बिजली कटौती की समस्या जिले में परेशानी बनी हुई है.

ग्रामीण जितेन्द्र सिंह संधू बोले कि 8 दिन पहले आंधी से बिजली के खंबे टूट गए थे.  खम्बा को ग्रामीणों ने खुद लगाए, लेकिन कंपनी ने अभी तक तार नहीं जोड़े, जिससे दर्जनों गांव अंधेरे में हैं. 

अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश

मामले की जानकारी मिलने पर ऊर्जा मंत्री ने लापरवाही करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. वहीं चंदेरी AE व  फोन न उठाने वाले अधिकारियों का इंक्रीमेंट रोकने के भी निर्देश दिए हैं. बता दें कि चंदेरी क्षेत्र के दर्जनों गांव जिनमें क़ुरवास, पीपरोद, नयाखेड़ा, नावनी, माहोली व अन्य कई गांव हैं, जिनमें पिछले 8 दिनों से लाइट नहीं है. 

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ऊर्जा मंत्री की नहीं सुन रहे विभाग के कर्मचारी? 

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर आये दिन कोई न कोई अलग तरह से कार्य कर सुर्खियों में बने रहते हैं.  कभी यह मंत्री जी लाइट के खंबे पर चढ़ते हैं तो कभी नालियों में उतरकर सफाई करते हैं तो कभी सड़कों पर झाड़ू लगाते हैं, लेकिन मंत्री जी के इतना सब करने के बाद भी ऐसा लगता है कि उनके विभाग के कर्मचारी उनकी एक नहीं सुनते या उन्हें कार्रवाही का कोई डर नहीं है. वह उनके द्वारा दिए निर्देशों को हवा-हवाई करते रहते हैं.

वहीं जब मीडिया ने भी इसे लेकर मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से सवाल किया कि कितने कर्मचारी अधिकारियों की इंक्रीमेंट रोका गया या उन पर क्या कार्रवाई हुई तो इस पर भी वह गोल-मोल जवाब देते नजर आए.

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