MP BJP: मध्यप्रदेश भाजपा ने अचानक से भोपाल में अपने विधायक दल की मीटिंग बुला ली है. भोपाल में बीजेपी कार्यालय में विधायक दल की बैठक एक घंटे तक चली है. इस बैठक में सीएम मोहन यादव, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन के प्रमुख पदाधिकारी व सभी विधायक मौजूद रहे. लेकिन इस पूरी बैठक से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान नदारद थे. उनकी मौजूदगी इस बैठक में नहीं रही.
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शिवराज सिंह चौहान के विधायक दल की बैठक में न होने से राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं. कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान को अब मध्यप्रदेश की राजनीति से धीरे-धीरे दूर किया जा रहा है. एक दिन पहले ही शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली बुलाया गया था, जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उनकी मुलाकात हुई और उनको दक्षिण भारत के राज्यों में चुनाव की तैयारियों में लगने के निर्देश दिए गए.
अब भोपाल में हुई विधायक दल की मीटिंग में भी शिवराज सिंह चौहान नहीं रहे तो इससे संकेत साफ दिखने लगे हैं कि मध्यप्रदेश में नई राजनीतिक तस्वीर खींची जा रही है. जिसमें पुराने मठाधीशों को धीरे-धीरे किनारे लगाने की रणनीति पर काम किया जा रहा है और नए चेहरों को नई जिम्मेदारी के साथ आगे लाया जा रहा है.
क्या हुआ विधायक दल की मीटिंग में?
विधायक दल की मीटिंग में सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सभी विधायकाें को लोकसभा की तैयारियों में लग जाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही जो संकल्प यात्राएं निकाली जा रही हैं, उसमें केंद्र सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी विधायकों को देने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि विधायक दल में पहुंचे सभी विधायकों की जुबां पर एक ही सवाल था कि आखिर नई सरकार के मंत्रीमंडल का विस्तार कब होगा. विधायक दल की मीटिंग के समाप्त होने के बाद सभी विधायक आपस में चर्चा करते रहे कि आखिर किन विधायकों को मंत्री बनने का मौका बीजेपी आलाकमान देने वाला है.
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