MP News: मध्य प्रदेश में आज एक तरफ जहां 16 वीं विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है. तो वहीं इसके पहले बीजेपी में केबिनेट विस्तार को लेकर मंथन चल रहा है. जिसके लिए प्रदेश के सभी दिग्गज नेता राजधानी दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से साथ बैठक की है. जिसमें केबिनेट विस्तार को लेकर नामों पर चर्चा की गई. इस बैठक प्रदेश के सभी दिग्गज मौजूद रहे लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नहीं थे. जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चांए तेज हैं.
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दरअसल भाजपा की कल देर रात दिल्ली में एक बड़ी ‘पोस्ट इलेक्शन’ बैठक हुई है. इस बैठक में नए सीएम मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रह्लाद पटेल, बीजेपी महासचिव और विधायक कैलाश विजयवर्गीय के साथ ही नरेंद्र तोमर शामिल भी हुए हैं
इसके अलावा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार चुके केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भी इस बैठक में मौजूद रहे, लेकिन इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद नहीं थे. राजनीतिक जानकारों की माने तो इस बैठक में शिवराज केा बुलाया ही नहीं गया.
शिवराज नहीं पहुंचे दिल्ली?
आपको बता दें कि इस बैठक में प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं को आमंत्रित किया गया था. अब सवाल उठना लाजमी है कि भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान केा बुलाया नहीं या फिर बुलाने के बाद भी शिवराज सिंह बैठक में शामिल होने नहीं पहुंचे. शिवराज का लगातार एक्टिव बना रहना और लाड़ली बहनों के बीच जाकर लखपति योजना लाने की बात करना पार्टी के नेताओं के लिए क्या मुसीबत बनता जा रहा है? मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद से ही शिवराज सिंह चौहान और उनके हावभाव भले ही कोशिश कर रहे हो कि वे अनुशासित और संगठन के सिपाही हैं, लेकिन इस बैठक में उनका न होना सवाल खड़े करता है.
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