BJP MP: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पूर्व विधायक माधव सिंह डाबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वन विकास निगम के अध्यक्ष पद से हटा दिया है. माना जा रहा है कि अब उनकी पार्टी से भी छुट्टी हो सकती है. लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा सख्त रूख अख्तियार कर लिया है. माना जा रहा है कि पार्टी ऐसे 100 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा सकती है, जिन्हाेंने विधानसभा चुनाव में पार्टी से भितरघात किया था.
ADVERTISEMENT
पार्टी ने ऐसे भितरघातियों की लिस्ट तैयार कर ली है और कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इससे पहले कांग्रेस ने भितरघातियों पर कार्रवाई की है. 50 से ज्यादा नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है. बीजेपी की अनुशासन समिति की बैठक में भितरघातियों को अपना पक्ष रखने अंतिम मौका देने का निर्णय लिया गया है.
देखिए वीडियो
बता दें कि गुरुवार को देर शाम बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पूर्व विधायक माधव सिंह डाबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वन विकास निगम अध्यक्ष पद से हटा दिया है. अब उनकी बीजेपी से भी छुट्टी हो सकती है.
ये भी पढ़ें: MP News: गद्दारों को बाहर का रास्ता दिखाएगी कांग्रेस, 150 नेताओं-कार्यकर्ताओं को भेजा ये नोटिस
मोहन राज में सिर्फ सीएम की चलेगी?
मध्य प्रदेश में सुशासन को लेकर सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने मंत्रियों को बड़ा झटका दिया है. सीएम मोहन ने प्रदेश के 15 मंत्रियों की सिफारिश नोटशीट लौटा दी है. अपने अपने चहेतों के लिए मंत्रियों ने सिफारिश नोटशीट भेजी थी. प्रदेश के मंत्री मूल विभाग की वजह सालों से जमे निजी सहायक, निजी सचिव, विशेष सहायक के पद पर चहेतों को लाना चाहते थे. सीएम ने मंत्री दिलीप जायसवाल, संपतिया उइके, राकेश सिंह, एंदल सिंह कंसाना, नारायण सिंह कुशवाहा, राकेश शुक्ला, नरेंद्र शिवाजी पटेल, लखन पटेल, इंदर सिंह परमार, चैतन्य काश्यप, प्रतिमा बागरी, पहलाद पटेल, कृष्णा गौर और विश्वास सारंग की फाइल लौटा दी है.
ADVERTISEMENT