मध्य प्रदेश में कितनी सीटें जीतेगी कांग्रेस? राहुल गांधी से अलग क्यों हैं दिग्विजय सिंह के नंबर?

एमपी तक

03 Nov 2023 (अपडेटेड: Nov 3 2023 1:04 PM)

MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में चुनावी समर की बिसात बिछ गई है और सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. सभी पार्टियां अपनी-अपने जीत के दावे कर रही हैं, इसमें सबसे ज्यादा जो दावे हैं, वह कांग्रेस की तरफ से किया जा रहा है. कांग्रेस ने नारा दिया है कि ‘अबकी बार […]

Congress win Madhya Pradesh Elections Digvijay Singh Rahul Gandhi MP Elections 2023

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MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में चुनावी समर की बिसात बिछ गई है और सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. सभी पार्टियां अपनी-अपने जीत के दावे कर रही हैं, इसमें सबसे ज्यादा जो दावे हैं, वह कांग्रेस की तरफ से किया जा रहा है. कांग्रेस ने नारा दिया है कि ‘अबकी बार 150 पार’. कुछ महीने पहले राहुल गांधी से जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति के बारे पूछा गया तो उन्होंने साफ-साफ कहा था कि हम मध्य प्रदेश में कर्नाटक दोहरा रहे हैं. 150 सीटें जीतेंगे, लेकिन उनके राजनीतिक गुरु और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के नंबर राहुल गांधी से अलग हैं.

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में 130 सीटें जीत रही है. हालांकि यह संख्या स्पष्ट बहुमत देने वाली है, क्योंकि सरकार बनाने के लिए 230 सीटों में से 116 सीटों की जरूरत होती है. बता दें कि कांग्रेस ने एक कैम्पेन लॉन्च किया है, जिसमें नारा दिया गया है कि अबकी बार 150 पार. ये तो आने वाला चुनाव परिणाम ही बताएगा कि कांग्रेस कितनी सीटें जीत रही है और बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी. बता दें कि मध्य प्रदेश चुनावों को लेकर आई सर्वे रिपोर्ट्स में ज्यादातर में कांग्रेस को आगे बताया गया है, वहीं बीजेपी पिछड़ती दिख रही है.

सिंधिया को लेकर ये क्या बोल गए दिग्विजय

दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर भी बात रखी है, उन्होंने कहा कि सिंधिया पिछले चुनाव यानि 2018 में बड़ी संख्या में विधायक नहीं लाए थे, लेकिन कांग्रेस पार्टी थी जिसने इतनी बड़ी संख्या में जीत दर्ज की थी. यदि हम 2020 के चुनाव के नतीजे देखें तो यह स्पष्ट रूप से नजर आता है कि पार्टी कांग्रेस के पक्ष में नतीजे बुरे नहीं रहे हैं. ग्वालियर और मुरैना में हमने स्थानीय निकाय चुनाव जीते हैं. इसलिए इसका पूरा से उन्हें देना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 2018 में चुनाव लड़ा था. इस बार भी वह पूरी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ रही है.

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15 साल बाद कांग्रेस ने 2018 कांग्रेस ने सरकार बनाई

2018 के चुनाव के बाद कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाई. यह 15 साल में पहली बार हुआ था लेकिन मार्च 2020 में कमलनाथ सरकार गिर गई, क्योंकि सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों में कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. दिग्विजय सिंह इन आरोपों की पूरी तरह से गलत बताया जिसमें बीजेपी कह रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह अपने बेटों को बढ़ावा दे रहे हैं.

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जैसे गब्बर ने लोगों को लूटा, वैसे शिवराज ने प्रदेश को लूटा

मध्य प्रदेश की राजनीति में जय-वीरू की एंट्री के बारे में दिग्विजय सिंह ने कहा जय-वीरू कांग्रेस में हैं तो गब्बर सिंह किस पार्टी में हैं. इस बारे में पूछे जाने पर खुद ही कहा- गब्बर और कहां होगा. जैसे गब्बर ने लोगों को लूटा, मध्य प्रदेश को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उसकी पार्टी ने लूटा है. कपड़ा फाड़ विवाद को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस के अंदर ऐसा कोई तनाव नहीं है और यह सिर्फ एक जुमला था. मैंने कभी इस तरह की बातों पर ध्यान नहीं दिया, उन्हें (BJP) जो कहना है कहने दीजिए. लेकिन मैं अपने तरीके से काम करता हूं. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वह और कमलनाथ 40 साल से अधिक समय से दोस्त हैं.

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