पीएससी ने हटाए सवाल तो दिग्विजय सिंह को आया गुस्सा, MPPSC सदस्यों को कह दिया अनपढ़

MPPSC Exam 2023: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की राज्यसेवा 2022 परीक्षा की ऑसर सीट विवादों में आ गई है. इसकी वजह है पीएससी ने राज्यसेवा परीक्षा 2022 की आंसरशीट से ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ से जुड़े सवाल को हटा दिया है. अब इस पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह […]

Digvijay Singh got angry when PSC removed the question, told MPPSC members illiterate

Digvijay Singh got angry when PSC removed the question, told MPPSC members illiterate

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MPPSC Exam 2023: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की राज्यसेवा 2022 परीक्षा की ऑसर सीट विवादों में आ गई है. इसकी वजह है पीएससी ने राज्यसेवा परीक्षा 2022 की आंसरशीट से ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ से जुड़े सवाल को हटा दिया है. अब इस पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट कर बीजेपी सरकार की जमकर खिंचाई की है. इससे पहले पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी पीएससी और शिवराज सरकार पर सवाल उठाए थे. उन्होंने ट्वीट कर कहा- परीक्षा में 3 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए. एक प्रश्न का गलत उत्तर देने से लाखों छात्र की रैंकिंग पिछड़ जाती है.

वहीं, अब अभ्यर्थी अब इस मामले को कोर्ट ले जाने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने सवाल के सही जवाब के दस्तावेज भी एकत्र किए हैं. उन्होने केंद्र सरकार के उस आदेश को भी जारी किया है. जिसमें 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मनाने के निर्देश दिए गए थे.

दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ को ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा- “जब भाजपा द्वारा अनपढ़ सदस्यों को MPPSC में सदस्य बनाएगी और अनपढ़ लोगों की बनायी उत्तर कुंजी से प्रश्न पत्र बनाकर उसमें ग़लत उत्तर से नंबर देगी तो यही होगा.”

कमलनाथ ने क्या कहा..?
कमलनाथ ने लिखा- ‘मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्यसेवा 2022 परीक्षा की उत्तर कुंजी विवादों में आ गई है. एक प्रश्न का उत्तर इस बात से तय नहीं किया जा रहा है कि सत्य क्या है, बल्कि इस बात से तय किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने एक खास तारीख को सही माना और ट्वीट किया. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग को तथ्य और सत्य के साथ उत्तर कुंजी बनानी चाहिए ना कि राजनीतिक नेतृत्व को खुश करने के लिए छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करनी चाहिए.’

क्या है पूरा मामला?
कार्मिक विभाग के अवर सचिव ने 4 अगस्त 2017 को भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांंठ मनाने के निर्देश सभी विभागों को दिए थे. पत्र भी जारी किया था. आदेश की यह प्रति पीएससी को भेजी जा रही है. उत्तर में कोई विवाद न होने के बावजूद पीएससी ने आंसर शीट से इस प्रश्न को हटा दिया था.

ऑसर सीट से हटाया गया सवाल
पीएससी ने परीक्षा में सवाल पूछा- ‘भारत छोड़ो आंदोलन कब शुरू हुआ था?’ ऑप्शन में पीएससी ने 6,7,9 और 10 अगस्त की तिथि दी थी. 9 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारत जोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ का ट्वीट किया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 8 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ का ट्वीट किया था. PSC के प्रश्नपत्र में 8 अगस्त का विकल्प ही नहीं था. विवाद से बचने के लिए पीएससी ने सवाल ही डिलिट घोषित कर दिया.

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