Patwari Exam Scam: मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने पटवारी परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को लेकर शिवराज सरकार को घेर लिया है. इंदौर और भोपाल समेत पूरे प्रदेश में युवा सड़क पर उतरे और जोरदार प्रदर्शन किया. वहीं, कांग्रेस के पटवारी चयन परीक्षा में धांधली के आरोपों पर गुरुवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया. उन्होनें आरोपों पर बिंदुवार जवाब देते हुए कहा कि जो कांग्रेस पर्चियों पर नौकरी देती थी, वह आधुनिक परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रही है. पार्टी का ही एक पदाधिकारी जो इस परीक्षा में फेल हो गया, उसे मोहरा बनाकर कांग्रेस नेता झूठ फैला रहे हैं.
ADVERTISEMENT
मध्य प्रदेश के नौजवानों को बदनाम करने का प्रयास वह लोग कर रहे हैं. जिन्होंने अपनी 15 महीने की सरकार में 15 लोगों को भी नौकरी नहीं दी. गृहमंत्री ने कहा, “कांग्रेस पटवारी चयन परीक्षा में धांधली का आरोप झूठे तथ्यों पर लगा रही है. उन्होंने कहा, ‘पटवारी चयन परीक्षा में धांधली का आरोप कांग्रेस झूठे तथ्यों पर लगा रही है. उसके जो भी आरोप हैं वह झूठे हैं. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ग्वालियर के एक ही सेंटर से सात लोग मेरिट में आये, जबकि सत्य यह है कि इन सातों में से एक ने भी एक शिफ्ट में परीक्षा ही नहीं दी.’
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह और अरुण यादव जी जिस सेंटर में धांधली का आरोप लगा रहे हैं, वहां और हर सेंटर में परीक्षार्थी के हर क्लिक का रिकार्ड है. सीसीटीवी कैमरे भी परीक्षार्थी की हर गतिविधियों पर नज़र रखते हैं. आप लिखित रिकार्ड में मांगें, जुबानी जमा खर्च से काम नही चलेगा.
हर आरोप का गृहमंत्री ने दिया बिंदुवार जवाब
नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘कांग्रेस नेताओं का यह भी आरोप है कि हिंदी में साइन करने वाले पास हो गए. कितना शर्मनाक है कि देश मे हिंदी में हस्ताक्षर करने पर सवाल उठाए जा रहे हैं. लुटियंस में घूमने वाले, इटालियन संस्कृति के पैरोकार हिंदी पर सवाल तो उठायंगे ही लेकिन यहां भी कांग्रेस का झूठ बेनकाब हो गया है. हिंदी में साइन करने वाले किसी भी परीक्षार्थी के अंग्रेजी में 25 में से 25 नंबर नहीं आये हैं.
परीक्षा एजेंसी के बारे में कांग्रेस ने झूठा बोला
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने एक और झूठ बोला है. उसका कहना है कि ब्लैक लिस्टेड कंपनी को परीक्षा का काम दिया गया, लेकिन सच यह है कि परीक्षा संचालित करने वाली कंपनी देश की प्रतिष्ठित कंपनी है. जो आईआईटी व नीट जैसे एक्जाम करवाती है. कांग्रेस ने एक झूठ और बोला है उसका कहना है कि ग्वालियर के सेंटर से हज़ारों परीक्षार्थी पास हुए जबकि सच यह है कि उस सेंटर से मात्र 114 लोग ही पास हो सके है. जबकि वहां परीक्षा 10 हज़ार से ज्यादा लोगों ने दी थी. इससे ज्यादा लोग तो अन्य जिलों के सेंटरों से हुए हैं. ग्वालियर में केवल 5% तो भोपाल में 42% से अधिक परीक्षार्थी पास हुए हैं.
कांग्रेस प्रतिभाशाली नौजवानों का कर रही है अपमान: गृहमंत्री
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह सब वह झूठ है, जो कांग्रेस बोलकर प्रदेश को न केवल बदनाम कर रही है बल्कि प्रतिभावान नौजावनों का अपमान भी कर रही है. वैसे भी कमलनाथ जी व कांग्रेस नेताओं ने ग्वालियर को बदनाम करने के पहले भी प्रयास किये हैं. धांधली का आरोप लगाने वाले यह कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव वो ही लोग हैं, जिन्होंने अपनी अपनी 15 महीने की सरकार में एक भी नौजवान को नौकरी नही दी थी. इनके लिए तो ढोर चराना, बैंड बजाना ही नौकरी थी. आज जब शिवराज सरकार एक लाख लोगों को नौकरी देने का लक्ष्य पूरा करने जा रही है तो इन कांग्रेसी नेताओं को प्रसव वेदना जैसी पीड़ा रही है.
गृहमंत्री ने कहा कि एक बात और कांग्रेस जिसको मोहरा बनाकर यह झूठ फैला रही है, वह युवक अशोक नगर कांग्रेस का प्रवक्ता है. वह भी इस पटवारी परीक्षा में शामिल हुआ था लेकिन वह फेल हो गया. उसके बाद उसके सहारे कांग्रेस ने झूठ फैलाना शुरू कर दिया. गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के इस पदाधिकारी भूमिका कि भी जांच की जाएगी.
ये भी पढ़ें- पटवारी भर्ती में गड़बड़ी, एक ही कॉलेज से निकले 10 में से 7 टॉपर, अरुण यादव ने लगाए गंभीर आरोप
ADVERTISEMENT