Madhya Pradesh Chunav 2023: मध्य प्रदेश की राजनीति में एक वायरल पत्र (Viral Latter) से घमासान मचा हुआ है. इस बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (KamalNath) सावन सोमवार को भगवान महाकाल (Mahakaleshwar Temple) के दर्शन के लिए पहुंच गए हैं. उन्होंने महाकाल के दरबार में भी 50 फीसदी कमीशन का मुद्दा उठाया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भगवान महाकाल (Bhagwan Mahakal) के दर्शन किए और महाकाल की पालकी में शामिल हुए. कमलनाथ ने भगवान महाकाल के दरबार में अर्जी लगाई और भगवान से मध्य प्रदेश को 50% कमीशन राज्य मुक्ति दिलाने के लिए प्रार्थना की.
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सरकार बनने पर पहली कैबिनेट महाकाल मंदिर परिसर में: कमलनाथ
कमलनाथ ने साॅफ्ट हिंदुत्व (Soft Hindutva) के सवाल पर बिफर पड़े. बोले- धर्म में नरम या कट्टर हिंदुत्व जैसी कोई चीज नहीं होती. यह आपके विश्वासों और भावनाओं से जुड़ा होता है. बीजेपी के पेट में दर्द क्याें हो रहा है. क्या उन्होंने धर्म की एजेंसी ले रखी है. कमलनाथ ने कहा- “जनता कह रही है इन्होंने महाकाल तक को नहीं छोड़ा. बीते 5 से 7 माह में बड़े-बड़े ठेके, इन्होंने दिए ताकि कमीशन मिल सके. जितना समेटना है, आखिरी माह में समेट लो. जैसे ही हमारी सरकार बनेगी पहली कैबिनेट की बैठक हम महाकाल के आंगन में ही करेंगे.”
उन्होंने अपनी अर्जी में लिखा- ” हे अविनाशी, मैं मध्य प्रदेश की समस्त दुखियारी प्रजा की ओर से आपसे अरज करता हूं कि मेरा मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार के दलदल में डूबता जा रहा है. भ्रष्टाचार की जननी पार्टी (BJP) के 50% के कमीशन राज ने घोटालों में किसी को नहीं छोड़ा है. गर्भवती महिलाओं के पोषण आहार से लेकर प्रभु स्वयं आपके महाकाल लोक के निर्माण तक में भ्रष्टाचार हुआ है.”
उन्होंने आगे लिखा- “पूरी प्रजा इस कमीशन राज से त्राहि-त्राहि कर रही है, जो इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाता है, उस पर झूठे मुकदमे डाल दिए जाते हैं और हर तरह से प्रताड़ित किया जाता है. आप मध्य प्रदेश की प्रजा को इस भ्रष्ट राज से मुक्ति दिलाएं, अपराधियों को दंड दें और समस्त प्रजा का कल्याण करें.”
भाजपा के पेट में क्यों दर्द होता है, उन्होंने धर्म की एजेंसी ले रखी है?
जब कमलनाथ से साॅफ्ट हिंदुत्व की बात की गई तो वह बिफर पड़े. बोले- “नरम या कट्टर हिंदुत्व जैसी कोई चीज नहीं होती. यह आपके विश्वासों और भावनाओं के बारे में है. मैंने 15 साल पहले छिंदवाड़ा में हनुमान मंदिर बनवाया था. उनके पेट में क्यों दर्द होता है? जब महाकाल आऊं तो उनके पेट में दर्द होता है, जब मैं मंदिरों में जाता हूं तो बीजेपी को दिक्कत क्यों होती है? उनके पेट में क्यों दर्द हाेता है. क्या उन्होंने धर्म की एजेंसी ले रखी है.”
वायरल पत्र पर मचा है घमासान
बता दें कि मध्य प्रदेश में हाल ही में एक पत्र वायरल होने के बाद बड़ा विवाद पैदा हो गया है. इस पत्र के माध्यम से 50 फीसदी कमीशन की मांग की बात सामने आई थी. पत्र के जरिए एमपी के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर जांच की मांग की गई थी, जैसे ही पत्र वायरल हुआ मामले में भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए. वायरल पत्र को पहले कांग्रेस नेता अरुण यादव और उसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर दिया. इसके बाद पूरी कांग्रेस ने इस पत्र और इसके संदर्भ में एमपी सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी. पुलिस ने ज्ञानेंद्र अवस्थी और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया, लेकिन पुलिस की जांच में आरोपी ज्ञानेंद्र अवस्थी का पत्र फर्जी पाया गया है और संस्था के बारे में कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं यानि वह लापता हैं.
भाजपा ने कमलनाथ की उज्जैन दर्शन पर कसा तंज
मंत्री विश्वास सारंग ने पूर्व सीएम कमलनाथ की उज्जैन यात्रा पर कहा- देखिये कमलनाथ आज उज्जैन महाकाल की सवारी में जा रह हैं लेकिन आप यह समझिये कि वह सावन में नहीं बल्कि चुनावी साल में जा रहे हैं. कमलनाथ को महाकाल भगवान से मतलब नहीं है. कमलनाथ हो या कांग्रेस के दुसरे नेता, वो सिर्फ चुनाव के समय हिन्दू दिखने का ढोंग करते हैं. हम तो चाहते हैं कि कांग्रेसी पूजा करे, भगवन का पाठ करे लेकिन शुद्ध मन से करे, सिर्फ चुनाव के मद्देनज़र ना करे.
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