Satna News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के 9 साल पूरे होने पर सभी सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में उपलब्धियां बताने पहुंच रहे हैं. लेकिन सतना में इस दौरान कुछ ऐसा हो गया कि बीजेपी को अब इस मामले को लेकर सफाई देना पड़ रही है. सतना से सांसद गणेश सिंह मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने अपने क्षेत्र के एक गांव में पहुंचे तो वहां मौजूद महिलाओं का विरोध उनको झेलना पड़ गया. सांसद ने जैसे ही विकास की बात की तो भीड़ में से एक महिला ने बुनियादी परेशानियों को लेकर सवाल करना शुरू कर दिए.
ADVERTISEMENT
मोदी सरकार के केंद्र में 9 साल पूरे करने के उपलक्ष्य में सतना के सांसद गणेश सिंह इन दिनों महाजनसंपर्क अभियान कर रहे हैं. बुधवार को मैहर के जरियारी गांव पहुंचे सांसद को महिलाओं के विरोध का जबरर्दस्त सामना करना पड़ा. महिलाओं ने सांसद के काफिले को गांव के बाहर ही रोक लिया. किसी तरह सांसद लाव लश्कर के साथ गांव के ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंच सके.
यहां एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया था. जरियारी के ग्रामीण भी इस सभा में पहुंचे थे. सांसद गणेश सिंह ने अपना भाषण शुरू ही किया था कि भीड़ में बैठी महिला उठी और सांसद से सवाल किया कि 5 साल में आपने जरियारी का विकास क्यों नहीं किया. इस पर सांसद लाडली बहना योजना समेत सरकारी योजनाएं गिनाने लगे. महिला ने आईना दिखाते हुए कहा कि उन्होंने तो लाडली बहना के लिए आवेदन ही नहीं किया.
महिलाओं ने लगाए ये आरोप
सभा में महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के दरम्यान सरकार ने पट्टा देने का वादा किया था. वो भी पूरा नहीं किया गया. गांव के ही युवा नवीन पटेल को भी अपने हक की आवाज उठाना महंगा पड़ गया. दरअसल नवीन ने इतना कहा कि गांव में सड़क बनवा दीजिये. इस पर सादी वर्दी में खड़े पुलिसकर्मी ने नवीन के साथ बदतमीजी शुरू कर दी. युवक ने विरोध किया तो पुलिस उसे थाना ले गई. मोबाइल छुड़ा लिया और धारा 151 का मुकदमा दर्ज कर दिया. नवीन ने आरोप लगाया कि जमानत के नाम पर 10 हजार रुपए ले लिए और मोबाइल अब भी नहीं दिया गया.
ये भी पढ़ें- कमलनाथ ने चुनाव से पहले कर दिया एक और बड़ा ऐलान, बोले- कांग्रेस सरकार आई तो…
ADVERTISEMENT