CM Mohan Yadav: मध्यप्रदेश के 29 वे मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव आज शपथ लेंगे. उनके शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां भोपाल स्थित नेहरू स्टेडियम में पूरी कर ली गई हैं. उनके इस शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी सहित 6 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे. लेकिन मोहन यादव के बारे में मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा देश बहुत कम जानता है. वे हालिया शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री के तौर पर अब उनका नाम पूरे मीडिया की सुर्खियों में आ गया है. आईए जानते हैं मोहन यादव के बारे में सबकुछ.
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मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को हुआ. उज्जैन दक्षिण सीट से तीन बार से विधायक हैं. बीते चुनावों में कांग्रेस के चेतन यादव को क़रीब 13 हज़ार वोट से हराया. शिवराज सरकार में वो उच्च शिक्षा विभाग संभाल रहे थे. 2011-2013 के बीच वो मध्य प्रदेश टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष पद भी थे. ये कैबिनेट मंत्री की रैंक वाला पद था. यादव ने बीएससी, एलएलबी, एमए, एमबीए और 2010 में पीएचडी की पढ़ाई पूरी की है.
अपने ट्विटर बायो में मोहन यादव ने ख़ुद को मध्य प्रदेश रेसलिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष बताया है. स्थानीय स्तर पर वो पहलवानी भी कर चुके हैं और उनके समर्थक उन्हें मोहन पहलवान कहकर भी बुलाते हैं. हालांकि अब उन्होंने अपना बायो चेंज करके नेता, विधायक दल लिख लिया है और कुछ ही समय बाद ये बायो हो जाएगा मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री.
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मोहन यादव का नाम सामने आते ही वायरल होने लगे उनके कई वीडियो
जब वो सीएम पद के लिए चुने गए तो उनका एक पुराना वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इस वीडियो में वो दो तलवार लहराते हुए नज़र आए. हालांकि कुछ ऐसे भी वीडियो उनके वायरल होने लगे, जिसमें वे आपत्तिजनत भाषा बोलते हुए, विपक्षी कांग्रेस को धमकाते हुए और चुनाव प्रचार के दौरान झगड़े के भी फुटेज वायरल हो रहे हैं.
छात्र जीवन से शुरू की राजनीति
मोहन यादव ने 1982 में अपने करियर की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी. वो उज्जैन विज्ञान महाविद्यालय में जॉइंट सेक्रेटरी और प्रेसीडेंट पद पर रह चुके हैं.1984 में उज्जैन की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री बने और 1986 विभाग प्रमुख बने. 2002-2003 में बीजेपी के नगर जिला महामंत्री बने और 2004 में बीजेपी की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य बने. 2004 में उन्हें सिंहस्थ मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया. 2011 और 2012 में मोहन यादव को भारत के राष्ट्रपति की ओर से राज्य में टूरिज्म बढ़ाने के चलते सम्मानित भी किया गया था. पहला चुनाव 2013 में लड़ा और फिर तब से तीसरी बार 2023 में चुनाव लड़ा, जीता और अब मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.
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