MP Election 2023: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं. इस बीच सीएम शिवराज ने हमारे सहयोगी आज तक से खास बातचीत है. उन्होंने विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) , उम्मीदवारों की पहले लिस्ट, मध्य प्रदेश में बीजेपी का सीएम चेहरा और अन्य कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. जब सीएम शिवराज से चुनावी तारीखों के ऐलान से पहले ही 39 उम्मीदवारों की घोषणा (BJP Candidate List) कर देने से जल्दबाजी के सवाल उठ रहे हैं.
ADVERTISEMENT
सीएम से सवाल पूछा गया कि क्या भाजपा किसी डर में है? सीएम शिवराज ने कहा.. “डरना न तो हमने कभी सीखा है और न ही हम किसी से डरते हैं. हमारा आत्मविश्वास ही हमारी मजबूती है. इसी कारण से हमने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है.”
चुनाव से पहले हुये मंत्रिमंडल विस्तार (Shivraj Cabinet) को लेकर जब सीएम शिवराज से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “3-4 महीने में फिर हमारी सरकार बनने जा रही है. ऐसे में यह कैबिनेट का विस्तार हो गया और फिर मंत्रियों को हम सरकार में जोड़ेंगे.”
चुनावी स्ट्रैटेजी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “हम कभी में एक्टिव नहीं होते हैं. हम तो साल के 365 दिन ही एक्टिव रहते हैं. उन्होंने कहा कि हम कोई फसली नेता नहीं है जो चुनाव आने पर एक्टिव होंगे. हमारी स्ट्रैटेजी तो बिल्कुल साफ है. हम विकास और जनकल्याण के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे”.
हम रेवड़ी के भरोसे नहीं रहते- सीएम शिवराज
लाड़ली बहना योजना को सीएम शिवराज का चुनावी स्टंट माना जा रहा है. जिसमें पहले तो प्रदेश की सवा करोड़ महिलाओं को एक हजार रुपये दिये जाते थे. लेकिन कल लाड़ली बहना सम्मेलन के दौरान सीएम शिवराज ने इस राशि को बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया है. इसके अलावा भी महिलाओं को अपने पाले में लाने के लिए सीएम शिवराज ने कई बड़ी घोषणाएं की हैं. जिसमें महिलाओं को सरकारी नौकरी में आरक्षण और बैंक लोन में छूट जैसी बड़ी घोषणाएं शामिल हैं. इसको कांग्रेस ने चुनावी स्टंट बताकर कई आरोप लगाए थे.
जिसके बाद सीएम शिवराज ने कहा, “लाड़ली बहना जैसी योजना रेबड़ी नहीं है. सीएम ने कहा कि बचपन में मैंने खुद देखा था कि राज्य में बेटा-बेटी में भेद होता है. गरीब घरों में कई जगह पर आज भी ऐसी स्थिति है.” सीएम ने कहा कि जब मैं राज्य का मुख्यमंत्री भी नहीं था. तब भी हम बेटियों की शादी में योगदान देते थे, और सीएम बनने के बाद मैंने सबसे पहली योजना 2006 में ‘मुख्यमंत्री कन्यादान योजना’ ही बनाई थी. उन्होंने कहा कि लोग बेटी को बोझ समझते थे, तब 2006-2007 के आसपास मैंने ‘लाड़ली लक्ष्मी योजना’ बनाई. सीएम ने कहा कि जब कोई रेवड़ी वाले सवाल भी नहीं थे, तब मैं जनकल्याण के काम कर रहा था. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस सरकार आई तो उन्होंने हमारी योजनाएं बंद करने का ही काम किया”
बीजेपी एक थी एक है और एक ही रहेगी- सीएम शिवराज
कांग्रेस द्वारा आरोप लगाए गए कि इस समय बीजेपी कई गुटों में बटी हुई हैं, जैसे शिवराज गुट, नाराज गुट और महाराज गुट इन आरोपों पर सीएम शिवराज ने कहा कि ” जा कि रही भावना प्रभु मूरत देखी तिन तेसी’ जिनकी खुद की पार्टी में 17 गुट हैं उनको दूसरों में भी वही दिखाई देता है. भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह एकजुट है. हम सब मिलके चाहे वो सिधिंया जी के साथ आने वाले हों हम सब एक हैं. हम दूध में शक्कर की तरह ही एक हैं. बीजेपी से कांग्रेस में शामिल होने वालों पर सीएम शिवराज ने कहा ” इक्का दुक्का तो आते जाते रहते हैं” उनकी कोई चिंता नहीं वो केवल और केवल टिकट के लिए आते जाते बने रहते हैं.
2023 के विधानसभा चुनावों को लेकर सीएम शिवराज का बैकअप प्लान क्या है? इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि “हम बैक रहने वाले ही नहीं हैं तो इसलिए कोई बैकअप प्लान नहीं है. सीएम शिवराज ने कहा कि हम सारे रिकॉर्ड तोड़कर फिर से सत्ता में आने वाले हैं”.
ये भी पढ़ें: 450 में सिलेंडर, 250 रुपये राखी के लिए.. क्या CM शिवराज के लिए गेमचेंजर साबित होंगी ये 5 घोषणाएं?
ADVERTISEMENT