MP Election: मध्यप्रदेश की गुना जिले की चाचौड़ा सीट पर बीजेपी में जमकर बवाल हो रहा है. बीजेपी ने अपने 39 उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की थी, उसमें चाचौड़ा सीट पर बीजेपी ने प्रियंका मीणा को टिकट दे दिया है. जिससे नाराज होकर पूर्व विधायक ममता मीणा ने शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शुक्रवार को ममता मीणा ने चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र में 3 स्थानों पर रक्षाबंधन मिलन समारोह आयोजित किया जिसमें हजारों की संख्या में उनके समर्थक एकत्रित हुए.
ADVERTISEMENT
ममता मीणा ने खुलकर सीएम शिवराज सिंह चौहान और संगठन के प्रमुख हितानंद पर उनकी राजनीतिक हत्या करने के आरोप लगाए. इसके साथ ही कहा कि 7 या 8 सितंबर को वह फैसला लेंगी कि किस पार्टी से चुनाव लड़ना है. हालांकि उन्होंने कांग्रेस पार्टी में जाने की खबरों से साफ इनकार किया है. बीजेपी पर जमकर भड़ास निकाल रही ममता मीणा से MP Tak ने खास बातचीत की.
MP Tak से खास बातचीत में ममता मीणा ने बताया कि उनके साथ बीजेपी ने धोखा किया है. उनको जिला पंचायत का चुनाव यह कहकर लड़ने से रोका था कि विधानसभा का चुनाव लड़ना है. हम इतने सालों से यहां मेहनत कर रहे थे. हमने उन बूथों पर बीजेपी को मजबूत किया और जीत दिलाई थी, जहां पर एक तरफा कांग्रेस को वोट मिलते थे. लेकिन हमारी पूरी मेहनत को दरकिनार करके हम पर एक पैरासूट उम्मीदवार थोप दिया.
मुझे नहीं देते टिकट तो पुराने कार्यकर्ता को दे देते- ममता मीणा
ममता मीणा ने कहा कि मैं 18 सालों से बीजेपी को चाचौड़ा सीट पर मजबूत करने का काम कर रही हूं. इस बीच एक बार विधायक बनी और दो बार चुनाव हारा भी. ये दिग्विजय सिंह का मजबूत गढ़ है और यहां पर मैंने बीजेपी को खड़ा किया लेकिन बदले में मुझे क्या मिला. एक पैरासूट उम्मीदवार भेज दिए. बीजेपी मुझे ना सही लेकिन किसी पुराने कार्यकर्ता को टिकट दे देती तो हम उसके लिए काम कर लेते लेकिन पैरासूट उम्मीदवार जो चंद महीने पहले कांग्रेस से आई है, उसके लिए हम काम कतई नहीं करेंगे.
ये बीजेपी अटल-आडवाणी की नहीं है, यहां पुराने नेताओं को इज्जत नहीं
ममता मीणा ने कहा कि ये बीजेपी अटल-आडवाणी की बीजेपी नहीं है. यहां पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं की कोई इज्जत नहीं है. मैं साफ तौर पर बीजेपी, सीएम शिवराज और वीडी शर्मा को चेतावनी दे रही हूं कि पैरासूट उम्मीदवार को बदले और किसी पुराने कार्यकर्ता को टिकट दें. यदि ऐसा नहीं किया तो 7 या 8 सितंबर तक मैं चुनाव में उतरने का ऐलान कर दूंगी. किस भी पार्टी से चुनाव लड़ सकती हूं लेकिन कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हो सकती क्योंकि उनके खिलाफ मैंने लंबा संघर्ष किया है.
नरेंद्र सिंह तोमर से बात की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला
ममता मीणा बताती हैं कि उन्होंने सबसे पहले पार्टी के फोरम पर ही इस मुद्दे को उठाया था. मप्र में विधानसभा चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलकर मैंने अपनी तकलीफ बताई थी लेकिन उन्होंने सुन तो लिया लेकिन जवाब कुछ भी नहीं दिया. मजबूर होकर मुझे अब बीजेपी के खिलाफ मैदान में उतरना पड़ रहा है. बीजेपी ने मेरी हालत द्रोपदी जैसी कर दी है, अब जनता ही श्रीकृष्ण बनकर मेरी लाज बचाएगी.
ये भी पढ़ें– MP News: वन नेशन-वन इलेक्शन के मुद्दे पर कमलनाथ ने कह दी बड़ी बात, बताया इसे BJP के लिए चैलेंज
ADVERTISEMENT