बाप पार्टी ने इस सीट पर निकाल दी BJP की हवा, जो Congress न कर सकी, उसे BAP ने कर दिखाया

एमपी तक

04 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 4 2023 5:08 AM)

बीजेपी की आंधी में कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता ढेर हो गए लेकिन इस बीच एक अनजान पार्टी ने बीजेपी की इस आंधी को मालवा की एक सीट पर रोकने में कामयाबी पाई

BAP, BAP Party, Sailana Assembly Seat, Kamleshwar Dodiyar, MP Congress, MP BJP, Jayas Party

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mp election results 2023: बीजेपी की आंधी में कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता ढेर हो गए लेकिन इस बीच एक अनजान पार्टी ने बीजेपी की इस आंधी को मालवा की एक सीट पर रोकने में कामयाबी पाई. रतलाम जिले में आने वाली सैलाना सीट पर न तो कांग्रेस प्रत्याशी जीता और न ही बीजेपी प्रत्याशी. सैलाना विधानसभा सीट पर जीत हुई है भारत आदिवासी पार्टी यानी बीएपी जिसे लोग बाप पार्टी के नाम से भी पुकारते हैं, उसकी जीत हुई है.

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बाप पार्टी के बारे में मध्यप्रदेश के लोगों ने बहुत अधिक कुछ सुना नहीं था लेकिन जैसे ही सैलाना सीट पर बाप पार्टी के उम्मीदवार कमलेश्वर डोडियार के जीतने की घोषणा हुई, हर कोई इस पार्टी को गूगल पर सर्च करने लगा. बीएपी या बाप पार्टी को जय आदिवासी युवा संगठन यानी जयस ने भी अपना समर्थन दिया हुआ था. जिसे प्रचार में बाप पार्टी के उम्मीदवार कमलेश्वर डोडियार बताया भी करते थे.

कमलेश्वर डोडियार ने ये चुनाव लगभग साढ़े चार हजार वोटों से जीता है. उन्होंने बीजेपी की संगीता विजय छारेल और कांग्रेस के हर्ष विजय गेहलोत गुड्‌डू को शिकस्त दी है. इस सीट पर नीतिश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी अपना उम्मीदवार उतारा था लेकिन वे कुछ खास नहीं कर सकते. कमलेश्वर डोडियार की एक तरफा जीत हो गई.

सैलाना में क्यों हारी बीजेपी और कांग्रेस

2018 से ही इस सीट पर जयस का दखल धीरे-धीरे बढ़ता चला गया था. 2018 के चुनाव में जयस के कमलेश्वर डोडियार ने निर्दलीय रूप से चुनाव लड़कर 18 हजार से ज्यादा मत हासिल किए थे। उस.वक्त जयस समर्थक युवाओं का कहना था कि यह चुनाव तो एंट्री मात्र है. 2023 में अलग ही गुल खिलाएंगे.

क्षेत्र में बढ़े जयस के प्रभाव की मुख्य वजह आदिवासियों के मन में अपनी पार्टी का नारा रहा था. फिर जयस भी गुटों में बंटने लगी तो नई पार्टी भारत आदिवासी पार्टी के बैनर तले कमलेश्वर डोडियार चुनावी मैदान में आ गए. चूंकि यह सीट आदिवासी बाहुल्य है और जयस के हर धड़े ने कमलेश्वर को अपना सपोर्ट दे दिया तो उसके बाद से ही कमलेश्वर मजबूत उम्मीदवार बनकर उभर गए थे.

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