Madhya Pradesh Rajya Sabha Elections: मध्य प्रदेश में राज्यसभा की एक खाली सीट के लिए आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू होने वाली है. वैसे तो आपको बता दें देश के अलग-अलग राज्यों से 10 राज्यसभा सांसद चुने जाने वाले हैं. यह नामांकन प्रक्रिया 21 अगस्त तक चलने वाली है. इसके बाद 22 अगस्त को नाम निर्देशन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी. इसके साथ ही 26 अगस्त तक नामांकन वापस ले सकते हैं. इसी दिन तस्वीर साफ हो जाएगी की मध्य प्रदेश से राज्यसभा कौन जाएगा.
ADVERTISEMENT
आपको दें ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट बीजेपी की तरफ से कई दावेदार कतार में है. पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर गुना से पूर्व सांसद केपी यादव, जय भान सिंह पवैया भी दावेदारों की सूची में हैं. आपको बता दें कि इस सीट पर अब एक साल से अधिक का कार्यकाल बचा हुआ है. इसके लिए कार्यकाल के लिए नाम तय कर नामांकन दाखिल कराया जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस इस सीट पर अपना कोई प्रत्याशी ही मैदान में नही उतारेगी. ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस के पास संख्या बल है ही नहीं है.
ये भी पढ़ें: MP Politics: ज्योतिरादित्य सिंधिया की जगह लेंगे सुरेश पचौरी? क्या इस समझौते के तहत थामा था BJP का दामन?
कब होगा मतदान?
आपको बता दें एक साल के लिए राज्यसभा जाने के लिए बीजेपी किसे भेजती है या फिर कौन मजबूरी में एक साल के लिए राज्यसभा जाता है. ये देखने वाला विषय होगा. क्योंकि इस सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया 2020 में चुने गए थे. हाल ही के लोकसभा चुनाव में वे गुना लोकसभा सीट से चुने गए. जिसके बाद उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था. इस सीट के लएि मतदान 3 सितंबर को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक होगा. मतगणना एवं परिणाम की घोषणा भी इसी दिन की जाएगी.
बीजेपी कर सकती है कुछ सरप्राइज
अक्सर बीजेपी आलाकमान ने अपने निर्णयों से दिखाया है कि जो भी नाम राजनीतिक हलकों में चर्चाओं में आ जाते हैं, फिर उनका चयन बीजेपी आलाकमान द्वारा नहीं किया जाता है. अमूमन बीजेपी आलाकमान ऐसे नाम सामने रखता है, जिनके बारे में राजनीतिक पंडितों द्वारा अनुमान तक नहीं लगाया गया होता है. हो सकता है कि बीजेपी आलाकमान कांतदेव सिंह, केपी यादव, माधवी लता और मुकेश चतुर्वेदी के स्थान पर किसी अन्य को ही राज्यसभा भेजने के लिए आगे कर दे. ऐसे में राज्यसभा की रिक्त सीटों के चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होने का इंतजार किया जाना चाहिए, क्योंकि चुनाव के ऐलान के आसपास ही बीजेपी आलाकमान उस नाम को सार्वजनिक करेगा, जिसे राज्यसभा में भेजने का फैसला बीजेपी ले चुकी है.
ये भी पढ़ें: केपी यादव से किया वादा निभाएंगे शाह? सिंधिया की राज्यसभा सीट पर KP की दावेदारी कितनी मजबूत?
ADVERTISEMENT