ग्वालियर-चंबल से पहले नेता जो बने विधानसभा अध्यक्ष, शिवराज ने तारीफ में कह दी बड़ी बात

एमपी तक

20 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 20 2023 7:37 AM)

मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में नरेंद्र सिंह तोमर निर्वाचित हुए हैं. आज हुए चुनाव में नरेंद्र सिंह तोमर निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं. तोमर 19वें अध्यक्ष बने हैं.

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MP Vidhansabha chairman: मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में नरेंद्र सिंह तोमर निर्वाचित हुए हैं. आज हुए चुनाव में नरेंद्र सिंह तोमर निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं. आपको बता दें तोमर ग्वालियर चंबल क्षेत्र के ऐसे पहले नेता हैं जो विधानसभा अध्यक्ष बने हैं. वरिष्ठ नेताओं के साथ खुद सीएम मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार समेत सभी वरिष्ठ सदस्य उन्हें अध्यक्ष की कुर्सी पर छोड़ने गए.

दरअसल विधानसभा अध्यक्ष के चयन के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष की तरफ से सात प्रस्ताव पास हुए हैं. प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने सभी प्रस्तावों की प्रक्रिया को पूरा कराया. सीएम मोहन यादव ने पहला प्रस्ताव रखते हुए उन्हें विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को बधाई दी और अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के समर्थन के लिए भी विपक्ष की अच्छी पहल बताया. लेकिन अब अध्यक्ष पद के बाद उपाध्यक्ष पद को लेकर सस्पेंस बना हुआ है.

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तोमर के लिए क्या बोले शिवराज?

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नरेंद्र सिंह तोमर की तारीफ की उन्होंने कहा ‘तोमर विधानसभा अध्यक्ष पद की ताकत को और भी बढ़ाएंगे. क्योंकि सरकार तो अपना अलग काम करेगी, लेकिन तोमर प्रदेश के हित में बड़े फैसले लेंते रहेंगे. उनके पास संगठन और सत्ता दोनों का लंबा अनुभव है.

वह हमेशा सत्ता और संगठन के लिए संकट मोचक की भूमिका में साबित हुए हैं. इसलिए यहां भी उनकी भूमिका अहम है.’ शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि नरेंद्र सिंह तोमर व्यक्ति नहीं एक पूरी संस्था हैं. मैंने उन्हें कभी धैर्य खोते नहीं देखा. वे अटल बिहारी बाजपेयी की तरह मप्र में अजातशत्रु हैं.

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तोमर का राजनीतिक इतिहास

नरेंद्र सिंह तोमर के राजनीतिक करियर की बात करें तो 1998 से 2008 के बीच ग्वालियर से मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे हैं. इसके बाद उन्होंने केंद्र की राजनीति का रुख किया और 2009 में उन्हें बीजेपी ने मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजा. इसके बाद 2009 में ही उन्होंने मुरैना से लोकसभा का चुनाव लड़ा. पांच साल बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें ग्वालियर का टिकट दिया गया.

पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में उन्हें स्टील, माइन्स, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. 2014 से 2019 के बीच उन्होंने पंचायती राज और ग्रामीण विकास, पेय जल एवं स्वच्छता मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाली. 2019 का लोकसभा चुनाव नरेंद्र सिंह तोमर ने एकबार फिर मुरैना से लड़ा और फिर जीतकर संसद के निचले सदन पहुंचे. पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें फिर से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया.

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