पैसे लेने की जिद पर अड़ गए BJP विधायक, सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ घेर लिया थाना, जानें क्या है माजरा?

प्रमोद कारपेंटर

17 May 2024 (अपडेटेड: May 17 2024 11:13 AM)

MP Politics News: आगर की राजनीति में गुरुवार को अचानक भूचाल आ गया. पहली बार किसी सत्ताधारी पार्टी के विधायक तथा पदाधिकारियों को अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए देखा गया. आगर मालवा विधायक अपनी मांग को लेकर एसपी ऑफिस में धरने पर बैठ गए.

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MP Politics News: आगर की राजनीति में गुरुवार को अचानक भूचाल आ गया. पहली बार किसी सत्ताधारी पार्टी के विधायक तथा पदाधिकारियों को अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए देखा गया. आगर मालवा विधायक अपनी मांग को लेकर एसपी ऑफिस में धरने पर बैठ गए. दरअसल, यह स्थिति कोतवाली थाने पर एक फरियादी से लिए गए 3 लाख रुपए के बाद निर्मित हुई. मामला बढ़ता देख एसपी ने 2 पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया. जिसके बाद विधायक पैसे वापस लेने की जिद पर अड़ गए. 

क्या है पूरा मामला? 

जानकारी के अनुसार, शहर के एक निजी चिकित्सक डा.नरेंद्र सिंह राजपूत द्वारा द्वारा एजाज पिता रहमान खान से जमीन का सौदा किया था, जिसमें एजाज ने जालसाजी करते हुए क्रेता को वास्तविक स्थिति न बताई और बंधक भूमि की रजिस्ट्री कर 1 करोड़ रुपए से अधिक राशि हड़प ली. जिस पर क्रेता पक्ष ने मार्च माह में कोतवाली थाने पर न्याय की गुहार लगाते हुए एक आवेदन दिया था. लेकिन, पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने में आनाकानी करते हुए 2 महीने बीता दिए. आखिरकार फरियादी को प्रकरण दर्ज कराने के एवज में पुलिस को 3 लाख रुपए देना पड़े, तब पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया.

पैसे वापसी की मांग पर अड़ गए विधायक

फरियादी ने जब विधायक को यह घटनाक्रम बताया तो विधायक मधु गेहलोत ने अन्य पदाधिकारियों को अवगत कराया और थोड़ी ही देर में सैंकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी एसपी ऑफिस जा पहुंचे. जहां प्याज के छिलकों की तरह एक के बाद एक घटनाक्रम उजागर होने लगे. सत्ताधारी दल के लोगों ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया. स्थिति यह बन गई कि विधायक और अन्य पदाधिकारी नीचे फर्श पर ही बैठ गए. वहीं एसपी विनोद कुमार सिंह भी जमीन पर बैठ गए और तत्काल दो पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिए. लेकिन विधायक तो 3 लाख रुपए लौटाने की जिद पर अड़े रहे. पैसे वापसी की सहमति बनी तो विधायक का आक्रोश कम हुआ.

पैसे वापसी की जिद पर अड़े विधायक

विधायक ने एसपी से कहा कि पहले तो फरियादी के 3 लाख वापस कराओ और पैसे लेने वाले पुलिसकर्मी पर कठोर कार्रवाई करो, तब तक हम यहीं बैठे हैं. तो एसपी भी विधायक के साथ जमीन के फर्श पर बैठ गए. तत्काल पुलिसकर्मियों को तलब किया गया. आमना-सामना कराया गया और निलंबन की कार्रवाई की गई. फरियादी के पैसे दिलाने की सहमति बनी तब कहीं जाकर विधायक माने.

किसी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ेंगे- विधायक

विधायक सहित भाजपा पदाधिकारियों ने एसपी के समक्ष नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यहां क्या हो रहा है सब पता है. सरकार को बदनाम करने की कोशिश न करो माफिया हावी है और आमजन परेशान है. मुख्यमंत्री को हर स्थिति से अवगत कराएंगे और किसी भी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ेंगे. हमारा सप्ष्ट कहना है की न खायेंगे और न खाने देंगे आप ईमानदारी से काम करो नही तो प्रदेश की सुर्खी बन जाओगे। इस अवसर पर भाजपा महामंत्री कैलाश कुंभकार, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि भेरू सिंह चौहान, नगर पालिका अध्यक्ष निलेश जैन पटेल, पूर्व मंडी अध्यक्ष बाबूलाल यादव, मयंक राजपूत सहित अनेक कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोतवाली थाने पर पदस्थ प्रधान आरक्षक राधेश्याम कारपेंटर तथा नरेंद्र भाटी को निलंबित किया गया है. साथ ही पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच भी कराई जा रही है. 

माफियागिरी नहीं चलेगी- विधायक

घटनाक्रम के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए आगर मालवा विधायक मधु गेहलोत ने कहा, "हम लोग चुनाव में लगे हुए थे, अब फ्री हो चुके हैं. माफियागिरी यहां नहीं चलने दी जाएगी. यदि कोई माफिया प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर कार्य करता है तो हम सीधे सीधे सख्त निर्णय लेंगे. यदि मैं भी गलत करता हूं तो मेरा भी पत्ता काट देना. हर तरह के अपराध रोकने का काम पुलिस का है. अपराधी से यदि लिप्तता मिली तो हम भी उसे सही कर देंगे."

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