स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने किया राहुल गांधी के भाषण का किया समर्थन, चर्चा में उनका बयान

अनुज ममार

09 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 9 2024 1:08 PM)

MP Politics: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसद वाले बयान पर बीजेपी ने खूब विरोध किया. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक बीजेपी ने राहुल गांधी को घेरने की कोशिश की है. इस मामले पर अब राहुल को शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का समर्थन मिल गया है.

राहुल के समर्थन में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

राहुल के समर्थन में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

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MP Politics: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसद वाले बयान पर बीजेपी ने खूब विरोध किया. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक बीजेपी ने राहुल गांधी को घेरने की कोशिश की है. यहां तक की कई जगह राहुल गांधी के विरोध में पुतले भी जलाए गए. वहीं इस मामले में अब राहुल गांधी को शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का साथ मिल गया है. अविमुक्तेश्वरानंद की माने तो राहुल गांधी का बयान तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने हिंदुओं के खिलाफ कुछ भी नहीं बोला है.

दरअसल संसद में राहुल गांधी द्वारा दिए गए हिंदू वाले बयान पर बवाल मचा हुआ है. शंकराचार्य अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राहुल गांधी के संसद में दिए बयान पर कहा कि "कुछ लोगों ने राहुल गांधी के बयान के कुछ अंश निकालकर उसे गलत तरीके से पेश किया है. लेकिन, हमने राहुल गांधी का पूरा बयान सुना है. यह दुष्प्रचार है.ऐसे लोगों को दंड अवश्य मिलना चाहिए"

राहुल के समर्थन में क्या बोले अविमुक्तेश्वरानंद?

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अपने बयान में कहा है कि राहुल गांधी ने अपने भाषणों में कहीं भी हिंदू धर्म के विरुद्ध बात नहीं की है. बल्कि विरोधियों की ओर से वीडियो में कांट छांट कर दिखाया गया है. उन्होंने कहा कि हमने राहुल गांधी का पूरा भाषण सुना है. राहुल साफ कह रहे हैं कि "हिंदू धर्म में हिंसा का स्थान नहीं है" स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इस बात पर भी जोर दिया कि राहुल गांधी के बयान को आधा-अधूरा फैलाना अपराध है और ऐसा करने वालों को दंडित किया जाना चाहिए.

यह बयान ऐसे समय आया है, जब राहुल गांधी के एक बयान को सोशल मीडिया से लेकर जमीन तक विरोध देखने को मिल रहा है. जिसमें राहुल पर कथित तौर पर हिंदू धर्म के खिलाफ बोलने का आरोप लगाया गया था. 

क्या है पूरा विवाद?

दरअसल, संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान विपक्ष के नेता के तौर पर अपने पहले भाषण में राहुल गांधी ने बीजेपी नेताओं पर सांप्रदायिक आधार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाया. अपनी बात रखते हुए राहुल गांधी ने कहा,  ‘जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे हिंसा की बात करते हैं’. 

राहुल गांधी ने जब भाजपा पर यह आरोप लगाया तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताते हुए यह कहा कि कांग्रेस नेता ने पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहा है. अब इस विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि राहुल गांधी का भाषण हिंदू धर्म का खंडन नहीं करता है. 

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