Mohan Cabinet Expansion: मध्य प्रदेश में आखिरकार नए कैबिनेट का विस्तार हो चुका है. इस विस्तार में सिंधिया समर्थक कई मंत्रियों का पत्ता कट गया है. कई दिग्गज नेताओं को एक बार फिर मौका मिला है. वहीं कई ऐसे विधायक भी हैं, जिन्होंने 5 साल के अंतराल में 3 बार मंत्री पद की शपथ ली है. हालांकि पिछली बार के मुकाबले इस बार मंत्रिमंडल में सिंधिया समर्थक मंत्रियों की संख्या घट गई है.
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मध्य प्रदेश में मोहन कैबिनेट विस्तार में सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद राजपूत, एदल सिंह कंसाना, तुलसी सिलावट, प्रदुम्न सिंह तोमर को मौका मिला है. इनमें से 3 ऐसे मंत्री हैं जो पांच साल के अंदर जिन्होंने तीसरी बार मंत्री पद की शपथ ली है, इनमें गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रदुम्न सिंह तोमर हैं,
जो 2018 की कांग्रेस सरकार और 2020 की बीजेपी सरकार और एक बार फिर मोहन सरकार में मंत्री बने हैं. इसके अलावा इस बार प्रभुराम चौधरी का पत्ता कट गया है. अब देखना होगा कि पार्टी इन्हें कौन सा पद देती है.
सिंधिया समर्थकों की घटी संख्या
ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक केवल 3 मंत्रियों को इस बार विधायक बनाया गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार सिंधिया समर्थकों का दबदबा मंत्रिमंडल में कम रहेगा. पिछली सरकार में सिंधिया समर्थक 10 से ज्यादा मंत्री शामिल थे. लेकिन इस बार प्रभुराम चौधरी, बृजेंद्र सिंह यादव, हरदीप सिंह डंग मंत्रिमंडल में जगह बनाने में नाकामयाब रहे हैं. इसके अलावा सिंधिया समर्थक कुछ मंत्रियों को हार का भी सामना करना पड़ा है.
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