MP Election 2023: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने विधानसभा चुनावों से एक तरह से दूरी बना ली है और इसका बकायदे ऐलान भी कर दिया है. कुछ दिन पहले तक वह जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाए जाने से नाराज बताई जा रही थीं, साथ ही चुनाव लड़ने के संकेत भी दिए थे, लेकिन अब उन्होंने साफ तौर पर ऐलान कर दिया है कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने एक्स हैंडल पर एक के बाद एक कई पोस्ट करके इसका ऐलान किया.
ADVERTISEMENT
उन्होंने कहा, वह कार्तिक मास में बद्रीनाथ, केदारनाथ और हिमालय चली जाएंगी. इसका मतलब यह हुआ कि वह विधानसभा चुनाव प्रचार भी नहीं करेंगी. इसे एक बड़े ऐलान के तौर पर देखा जा रहा है. क्योंकि कार्तिक मास 29 अक्टूबर से 27 नवंबर तक रहेगा. इसी दौरान मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार अपने चरम पर होगा. इससे पहले उमा भारती ने एक दिन पहले एक कार्यक्रम में कहा था कि वह मध्य प्रदेश में न तो लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और न ही विधानसभा चुनाव. पार्टी ने मौक़ा दिया तो वह किसी तीसरे राज्य से जाकर चुनाव लड़ेंगी.
ये भी पढ़ें: चुनावों से ठीक पहले इस सर्वे ने चौंकाया, जानें कौन है सीएम फेस के तौर पर MP की पहली पसंद?
अटकलों पर लगाया विराम
उमा भारती ने विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर इसके साथ ही विराम लगा दिया है. किसी और प्रदेश से नहीं लड़े जा सकते क्योंकि वह लोकल चुनाव होते हैं, लेकिन लोकसभा में पार्टी अगर मौक़ा देती है तो वो किसी और राज्य से चुनाव लड़न चाहेंगी. इसके बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि वह चुनाव लड़ सकती है. इस पर उमा भारती ने मंगलवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने कहा कि वह पिछले साल बद्री-केदार एवं हिमालय नहीं गई थीं. मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मुहिम में शामिल थीं. इस साल वह कुछ समय के लिए कार्तिक मास में हिमालय एवं बद्री और केदारनाथ जाना चाहती है.
ये भी पढ़ें: पीएम मोदी के दौरे से पहले उमा भारती के ट्वीट ने बढ़ाई राजनीतिक सरगर्मी! जानें
विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा से शर्मिंदगी
उमा भारती ने लिखा, ‘उनके विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा की जा रही है. इससे उनको बहुत दिक्कत एवं शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि यह सच नहीं है. उन्होंने लिखा कि वह एक साधारण मनुष्य है. उनकी प्रार्थना है कि सभी उनको आशीर्वाद दें कि वह जिन सिद्धांतों पर आस्था रखती हैं, उन पर विजय प्राप्त करें. भाजपा ने मध्य प्रदेश में कुछ केंद्रीय मंत्रियों एवं सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा है. इस निर्णय का अभिनंदन. यह सभी नाम अपने-अपने क्षेत्र में ऐसी लहरें पैदा करेंगे, जिससे पूरा प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी को लाभ होगा.
राजनीति से परे इस लड़ाई को जारी रखेंगी उमा
पूर्व मुख्यमंत्री ने महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण को लेकर संघर्ष जारी रखने की बात कही है. उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण में ओबीसी महिलाओं को अलग आरक्षण देने के लिए बहुत से राजनीतिक दल एवं समाजसेवी संगठन प्रयासरत हैं. उनकी इस विषय पर आस्था है, जो राजनीति से परे हैं.
ADVERTISEMENT