MP Election 2023: मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा उम्मीदवारों की पहली सूची का ऐलान होते ही पार्टी के अंदर बगावत सामने आ रही है. इस घमासान के बीच कई पार्टी नेता इस्तीफा देने के फैसले पर पहुंच गए हैं. इसमें सबसे महत्वपूर्ण घटना सागर में हुई है, जहां पर टिकट नहीं मिलने से नाराज शारदा खटिक ने इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी आलाकमान से आपत्ति जताते हुए इस्तीफा दे दिया और चैलेंज कर दिया है. इस घटना से कांग्रेस की अंतर्कलह सामने आ गई है.
ADVERTISEMENT
कांग्रेस की पहली सूची जारी होते ही दावेदारों में नाराजगी, नरयावली से टिकट नहीं मिलने पर दावेदारी कर रही कांग्रेस की महिला नेता इस्तीफा दे दिया है. वह 1998 से विधानसभा टिकट की मांग कर रही हैं. बता दें कि यहां पर तीन बार के हर नेता सुरेंद्र चौधरी को दिया गया है.
ये भी पढ़ें: कांग्रेस की लिस्ट जारी होते ही गिरा पहला विकेट, इस नेता ने कहा पार्टी को ‘बाय-बाय’
महिला नेता ने दिखाए बगावती तेवर
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के द्वारा 144 प्रत्याशियों की सूची जारी की गई है जिसके बाद कांग्रेस में बगावती तेवर नजर आने लगे हैं. सागर जिले की नरयावली विधानसभा से टिकट की दावेदारी करने वाली चार बार की जिला पंचायत सदस्य शारदा खटीक इस्तीफा देने जा रही हैं. उन्होंने संगठन के सामने एकमात्र शर्त रखी है कि या तो उन्हें टिकट दिया जाए या फिर वह इस्तीफा देकर घर बैठेंगे.
ये भी पढ़ें: कांग्रेस की सूची आने के तुरंत बाद फिर लगा BJP को झटका, इस नेता ने किया पार्टी छोड़ने का किया ऐलान!
कमलनाथ के सर्वे पर उठाया सवाल
बता दें कि शारदा खटीक मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस में प्रदेश महासचिव हैं और नरयावली विधानसभा में उनका अच्छा जनसंपर्क है वह 1998 से लगातार कांग्रेस पार्टी की तरफ से टिकट की मांग कर रही हैं लेकिन अभी तक उन्हें मौका नहीं दिया गया है. शारदा खटीक का कहना है कि सुरेंद्र चौधरी पिछले तीन बार से चुनाव हार रहे हैं. एक बार उनकी भाभी को भी टिकट दिया गया था वह भी चुनाव हार गई थी. एक महीने पहले कमलनाथ ने सर्वे के आधार पर आश्वासन दिया था कि उन्हें टिकट दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है अगर पार्टी उन्हें मौका दे तो वह यह सीट जीत कर बताएंगे यहां से पिछले चार बार से भाजपा चुनाव जीतती आ रही हैं.
1998 से मांग रही हैं कांग्रेस से टिकट
शारदा खटीक (टिकट की दावेदार) 1998 से में टिकट मांग रही हूं. पार्टी ने मौका नहीं दिया फिर भी काम करती रही, तीन बार चुनाव हार चुका सुरेंद्र चौधरी को टिकट दे दिया है, जनता के लिए पिछले 5 साल से क्षेत्र में दौरा कर रही हूं पार्टी का जो काम आया जो जिम्मेदारी दी गई उसे पूरा किया, सर्वे रिपोर्ट मे मेरा नाम आ रहा हैं. पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया और जनता चाह रही है तो मैं इस्तीफा दे रही हूं और घर बैठूंगी.
ADVERTISEMENT