MP Election 2023: कांग्रेस प्रत्याशियों को क्या मतगणना से पहले डर लग रहा है. अगर लग रहा है तो ये डर किस बात का है. हर जिले में कांग्रेसी कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम के बाहर तंबू लगाकर ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं. इतना भी कम पड़ गया तो एक रोचक मामला उज्जैन से निकलकर आ गया, जहां पर तराना विधायक महेश परमार काउंटिंग स्थल का निरीक्षण करने पहुंच गए और वहां पर उन्होंने कांग्रेस के डर की एक बड़ी वजह बता दी.
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तराना सीट से कांग्रेस विधाकय महेश परमार ने बताया कि वे इंजीनियरिंग कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम को चेक करने पहुंचे थे. यहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि तराना सीट की ईवीएम जिस स्ट्रांग रूम में रखी हैं, वहां से काउंटिंग रूम की दूरी काफी अधिक है. तराना विधायक महेश परमार का कहना है कि स्ट्रांग रूम से जब ईवीएम निकालकर काउंटिंग रूम तक लेकर सरकारी कर्मचारी जाएंगे तो उनको संदेह है कि इस बीच ईवीएम के साथ कोई खेला कर सकता है.
इस डर की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी और वर्तमान विधायक महेश परमार ने बताया कि उन्होंने स्ट्रांग रूम पहुंचकर वहां मौजूद स्टाफ को चेक किया. रजिस्टर में दर्ज कर्मचारियों की पहचान की. इस दौरान उन्होंने देखा कि स्ट्रांग रूम से काउंटिंग रूम की दूरी अधिक है, जिसे कम करने की मांग महेश परमार ने निर्वाचन आयोग से की है.
कौन जीतेगा, कांग्रेस या बीजेपी, किसी को नहीं पता
मध्यप्रदेश का ये विधानसभा चुनाव इस बार बड़ा ही कांटे का होने जा रहा है. कई सर्वे रिपोर्ट, ओपिनियन पोल और राजनीतिक पंडितों के कई अनुमानों के बावजूद कोई भी ये स्पष्ट नहीं कर पा रहा है कि मध्यप्रदेश कौन जीत रहा है. कांग्रेस या बीजेपी दोनों में कौन सी पार्टी इस बार सरकार बनाने जा रही है. इसे लेकर सब अनुमान लगा रहे हैं लेकिन कोई भी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं रख पा रहा है. इसकी एक बड़ी वजह यह है कि इस बार हर सीट पर चुनाव फंसा हुआ है और कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशियों के बीच मुकाबला बेहद नजदीकी हो रहा है.
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