PCC President Jitu Patwari: मध्यप्रदेश का विधानसभा चुनाव बुरी तरह से हारने के बाद एमपी कांग्रेस में भी लीडरशिप में परिवर्तन हो गया है. अब मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष जीतू पटवारी बनाए गए हैं. लेकिन मंगलवार को कार्यभार लेने के बाद से ही जीतू पटवारी लगातार विवादों में बने हुए हैं. रोड शो निकालने के दौरान इंदौर में आतिशबाजी करने को लेकर जीतू पटवारी के समर्थकों से स्थानीय लोग भिड़ गए और जमकर मारपीट भी हो गई. दोनों तरफ से एफआईआर भी दर्ज हो गई.
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लगातार रोड शो करके जीतू पटवारी जहां एक तरफ अपना शक्ति प्रदर्शन करने की कोशिश पार्टी के अंदर कर रहे हैं तो वहीं मध्यप्रदेश की नई मोहन यादव सरकार को चेतावनी भी दे रहे हैं कि यदि बीजेपी ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए तो जनवरी में 2 लाख लोगों के हुजूम के साथ राजधानी भोपाल का घेराव करेंगे.
ऐसे में राजनीतिक गलियारों में अब ये सवाल उठने लगे हैं कि जीतू पटवारी आखिर करना क्या चाह रहे हैं. उनके तेवर बता रहे हैं कि वे सरकार से हर हाल में टकराव चाहते हैं तो वहीं समर्थकों पर वे काबू पाते नहीं दिख रहे हैं,जिसके कारण इंदौर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर तक हो गई.
कांग्रेस की नई लीडरशिप के सामने बीजेपी की चुनौती
जिस तरह से मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी फेल हुई है और सिर्फ 66 सीटें ही कांग्रेस ला सकी, उसके बाद से ही लीडरशिप चेंज होने की अटकलें लगने लगी थीं और कांग्रेस हाईकमान ने इसमें देरी भी नहीं की और अब नए पीसीसी अध्यक्ष की जिम्मेदारी जीतू पटवारी को दी गई तो वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी उमंग सिंघार को दी गई है.
विधानसभा में उप नेता की जिम्मेदारी हेमंत कटारे को दी गई है.इस प्रकार युवा नेताओं को मध्यप्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी दी गई है लेकिन जिस तरह से अभी कांग्रेस की नई लीडरशिप काम कर रही है, उससे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि बीजेपी का सामना लोकसभा में कांग्रेस कैसे करेगी. अभी तक लोकसभा को लेकर कांग्रेस की कोई नई रणनीति बीजेपी के संबंध में सामने नहीं आई है.
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