Kamalnath on Dhirendra Shashtri Ram kath: छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा कराने पर विपक्ष ने पूर्व सीएम कमलनाथ की घेराबंदी तो की ही, कांग्रेस समर्थक संत प्रमोद कृष्णम ने भी उनकी रामकथा पर तंज करते हुए कह दिया कि शिवराज को भी बुला लेते. यही नहीं, उन्होंने यहां तक कह दिया कि जो व्यक्ति बुलडोजर की बात करता है, उसकी आरती कांग्रेस नेताओं को उतारना शोभा नहीं देता है. हालांकि इस पर कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहाकि मैं नहीं जानता किसके पेट में क्यों दर्द हो रहा है?
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कमलनाथ ने धीरेंद्र शास्त्री की कथा को छिंदवाड़ा का सौभाग्य बताया. बोले- ‘जो सवाल उठा रहे उनके पेट में दर्द क्यों’? कथा से कांग्रेस नेताओं की दूरी को गलत बताया और कहा कि कोई संतों से दूर नहीं है. कमलनाथ ने कहा- बागेश्वर महाराज यहां आये, मैंने उनका स्वागत किया. उन्होंने तय किया कि उनको छिंदवाड़ा आना है. जब उन्होंने तय किया तो मैंने कहा कि मैं स्वागत करता हूं. छिंदवाड़ा की जनता का सौभाग्य होना चाहिए कि महाराज जी की कथा सुने और हम सबका सौभाग्य है कि महाराज जी छिंदवाड़ा में आए.
कौन से नेता दूर हैं?
कमलनाथ ने कांग्रेस नेताओं के सवाल पर कहा- कौन से नेता दूर हैं? यहां तो सब हैं. आप देखिये, दिग्विजय सिंह उनसे मिलने गए थे. राघोगढ़ गए महाराज जी तो जयवर्धन क साथ उन्होंने खाना खाया. पचौरी जी, प्रियव्रत जी सब के साथ. तो कोई उनसे दूर नहीं है.
बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने पूछा ‘बड़े नेताओं ने क्यों बनाई दूरी’
छिंदवाड़ा में कांग्रेस के बड़े नेताओं के बागेश्वर सरकार की कथा में ना जाने पर बीजेपी का हमला किया है. नरेंद्र सलूजा ने कहा, क्या कारण है कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ जी द्वारा आयोजित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी की राम कथा के आयोजन से कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओ दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह, गोविंद सिंह, कांतिलाल भूरिया सहित अन्य तमाम नेताओं ने बनाई दूरी…?
एक भी कांग्रेस का बड़ा नेता कमलनाथ जी के साथ इस आयोजन में नजर नहीं आया? कांग्रेस के अंदर खाने से चर्चा जोरों पर है कि इस आयोजन को लेकर कांग्रेस के नेताओं के जल्द ही बयान सामने आएंगे. आचार्य प्रमोद कृष्णन का ट्वीट सामने आ चुका है और अन्य नेतागण के बयान भी जल्द सामने आएंगे.
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