Lok Sabha Election 2024: विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस को अब लोकसभा चुनाव से पहले भी बड़े झटके लगना जारी है. कांग्रेस के एक पूर्व विधायक और ग्वालियर-चंबल के एक बड़े नेता ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और दिल्ली जाकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष बीजेपी का दामन थाम लिया. ये हैं पूर्व विधायक राकेश मावई जो कभी सिंधिया समर्थक ही थे और जब सिंधिया बीजेपी में शामिल हुए, तब उनके साथ बीजेपी में नहीं गए थे लेकिन अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
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राकेश मावई को चंबल का बड़ा गुर्जर नेता माना जाता है. 2020 में कांग्रेस ने उनको उपचुनाव में खड़ा भी किया था. वे चुनाव जीते भी थे. लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था और उनकी जगह पर कमलनाथ ने अपने समर्थक दिनेश गुर्जर को टिकट दे दिया था. इस बात से राकेश मावई लगातार नाराज चल रहे थे.
हालांकि राकेश मावई की ये नाराजगी कोई अचानक से सामने नहीं आई है. दो साल पहले भी राकेश मावई के बीजेपी में जाने की खबरें उड़ी थीं लेकिन वे बीजेपी में शामिल नहीं हुए थे. कांग्रेस ने उप चुनाव में उनको टिकट देकर एडजस्ट भी किया था. लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में उनका टिकट कांग्रेस ने काट दिया था और उसके बाद से राकेश मावई खुलकर पार्टी के खिलाफ आ गए थे.
कांग्रेस को लगातार लग रहे हैं झटके
अभी कुछ दिन पहले ही ग्वालियर में कांग्रेस के बड़े नेता आनंद शर्मा ने भी कांग्रेस पार्टी को छोड़कर सिंधिया के समक्ष बीजेपी का दामन थाम लिया था. वे कांग्रेस में ग्वालियर-चंबल अंचल में प्रवक्ता की भूमिका निभा रहे थे. उनके साथ ही अलबेल सिंह घुरैया जो कई बार पार्षद रहे हैं, वे भी सिंधिया के समक्ष बीजेपी में शामिल हो गए थे. अब मुरैना जिले से आने वाले राकेश मावई ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है.
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